शारजाह:न्यूजीलैंड के अनुभवी तेज गेंदबाज टिम साउदी का मानना है कि भारत अपनी सरजमीं पर ‘बहुत मजबूत’ क्रिकेट टीम है और दो टेस्ट मैचों की आगामी श्रृंखला में मेजबान देश को चुनौती देने के लिए उनकी टीम को स्पिनरों की अनुकूल परिस्थितियों के साथ जल्दी सामंजस्य बैठाना होगा.
इस साल जून में खेली गयी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के फाइनल के बाद दोनों टीमें पहली बार इस प्रारूप में एक-दूसरे का सामना करेंगी. विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल में भारत को हार का सामना करना पड़ा था. न्यूजीलैंड को 2016 में भारत के अपने पिछले दौरे पर 0-3 से हार का सामना करना पड़ा था.
आगामी दौरे का पहला टेस्ट 25 से 29 नवंबर तक कानपुर में और उसके बाद दूसरा टेस्ट तीन से सात दिसंबर तक मुंबई में खेला जाएगा.
टेस्ट श्रृंखला के पहले जयपुर (17 नवंबर), रांची (19 नवंबर) और कोलकाता (21 नवंबर) में तीन मैचों की टी20 अंतरराष्ट्रीय श्रृंखला के मुकाबले खेले जायेंगे.
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भारतीय दौरे के लिए 16 सदस्यीय टीम की घोषणा के मौके पर साउदी ने कहा, ‘‘ हमें भारत में भारत के खिलाफ खेले हुए काफी समय हो गया है. वे अपनी परिस्थितियों में मजबूत टीम हैं. हम ऐसी विदेशी परिस्थितियों के अभ्यस्त नहीं हैं, इसलिए हमें जितना जल्दी हो सके परिस्थितियों के अनुकूल होने की जरूरत है.’’
न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट और हरफनमौला कोलिन डि ग्रैंडहोम जैव सुरक्षित वातावरण (बायो बबल) की थकान को देखते हुए इस दौरे का हिस्सा नहीं होंगे.
साउदी ने कहा कि डब्ल्यूटीसी के पहले खिताब को हासिल करना अब अतीत की बात है क्योंकि भारत दौरे के साथ नया टेस्ट चक्र (विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के दो साल का चक्र) शुरू हो रहा है.
उन्होंने कहा, "नया चक्र रोमांचक है. दौरे पर जाने और एक बहुत अच्छे प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ कठिन परिस्थितियों में खुद को परखने के लिए एक शानदार मौका होगा. पिछले चक्र का हिस्सा बनना अच्छा था लेकिन हम फिर से नयी शुरुआत कर अगले दो साल के चक्र में अच्छा प्रदर्शन करने की ओर देख रहे है."
साउदी के युवा साथी तेज गेंदबाज काइल जैमीसन ने कहा कि भारत में भारत के खिलाफ खेलना किसी भी टेस्ट खेलने वाले देश के लिए सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक है.
उन्होंने कहा, "भारत में भारत के खिलाफ खेलना हमारी सामने सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक है. भारत में अलग तरह की चुनौती है. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में आप यही करना चाहते हैं और विभिन्न परिस्थितियों और प्रारूपों में खुद को चुनौती देना चाहते हैं."
इस 26 साल के गेंदबाज ने कहा कि कोविड-19 के कारण खिलाड़ियों की जिंदगी में काफी बदलाव आया है.
उन्होंने कहा, "पिछले छह-आठ महीनों में यह निश्चित रूप से एक चुनौती रही है. अलग-अलग श्रृंखला, अलग-अलग देश और बबल में घर से दूर रहना, यह आसान नहीं है."