नई दिल्ली : भारतीय क्रिकेट टीम में यो-यो टेस्ट की शुरुआत विराट कोहली की कप्तानी के दौर में हुई थी. उस समय से ही भारतीय क्रिकेट टीम में खेलने के लिए यो-यो टेस्ट के मानकों को पूरा करना अनिवार्य बना दिया गया है. ये नियम खिलाड़ियों को फिट रखने के लिए जरूरी समझे जा रहे हैं, ताकि भारतीय खिलाड़ी खुद को हमेशा फिट बनाए रख सकें और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने के लिए अपने आप को हमेशा तरोताजा रखें.
भारतीय क्रिकेट टीम में खेलने की इच्छा रखने वाले कई खिलाड़ी समय-समय पर यो-यो टेस्ट में फेल होने के चलते अपनी जगह गंवा चुके हैं. इसमें कुछ खिलाड़ी ऐसे थे जिन्होंने घरेलू सीजन और आईपीएल में बेहतर प्रदर्शन किया था, लेकिन जब टीम में सेलेक्शन की बात आई तो वह अपना फिटनेस को ठीक तरीके से नहीं रख पाए और यो-यो टेस्ट में फेल हो गए, जिसके कारण टीम इंडिया से अपनी जगह खोनी पड़ी.
1. अंबाती रायडू
आपको याद होगा 2018 में खेले गए आईपीएल में अच्छे प्रदर्शन के कारण भारतीय टीम में अंबाती रायुडू को खेलने के लिए बुलाया गया, लेकिन वह यो-यो टेस्ट में फेल होने के कारण वह टीम से बाहर हो गए और उनकी जगह यो-यो टेस्ट पास करने वाले सुरेश रैना ने ले ली. इसके बाद उन्होंने काफी मेहनत की और जब इसे पास कर लिया तो 2018 में खेले गए एशिया कप खेलने का मौका मिला.
2. संजू सैमसन
2018 के सीजन में जब इंग्लैंड दौरे के लिए भारत ए टीम की घोषणा की गई, तो संजू सैमसन को मौका दिया गया. हालांकि, ईशान किशन ने जल्द ही उनकी जगह ले ली, क्योंकि सैमसन यो-यो टेस्ट में फेल हो गए थे और बाहर हो गए थे. सैमसन ने एक महीने की कड़ी मेहनत के बाद अपना यो-यो टेस्ट पास किया और भारत ए टीम में वापस आए. फिर वे एक साल बाद सीनियर टीम में भी लौट आए.