बेंगलुरु:आईपीएल मेगा ऑक्शन पूरा हो गया है, दो दिन तक बेंगलुरु में खिलाड़ियों के बाजार में 200 से ज्यादा खिलाड़ी बिक गए. इनमें कई रिकॉर्ड भी बने. इस दौरान आईपीएल की दस टीमों ने 500 करोड़ से ज्यादा खर्च कर दिया. लेकिन इस आईपीएल ऑक्शन में कुछ चीजें ऐसी भी हुईं, जिसकी उम्मीद भी किसी को नहीं थी.
भारतीय टीम के पूर्व क्रिकेटर सुरेश रैना को इस बार किसी भी टीम ने नहीं खरीदा, चेन्नई सुपर किंग्स के चिन्ना थाला और इस टूर्नामेंट की जान रहे सुरेश रैना का बेस प्राइस दो करोड़ रुपए था. लेकिन किसी टीम ने उनकी बोली नहीं लगाई. यहां तक कि जब दोबारा प्लेयर्स के नाम मांगे गए तो उसमें रैना का नाम ही नहीं था. सुरेश रैना को मिस्टर आईपीएल बुलाया जाता है, उनके नाम 5 हजार 500 से ज्यादा रन हैं. लेकिन अब रैना आईपीएल में नहीं दिखेंगे.
चोटिल आर्चर पर पैसों की बारिश
इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर मौजूदा वक्त के सबसे बेस्ट बॉलर माने जाते हैं. क्रिकेट का कोई भी फॉर्मेट हो, आर्चर हिट साबित हुए हैं. लेकिन पिछले एक साल से वह चोट से जूझ रहे हैं. इसी वजह से वो एशेज और आईपीएल 2021 में शामिल नहीं हो पाए थे. लेकिन इसके बावजूद मुंबई इंडियंस ने आठ करोड़ रुपए में जोफ्रा आर्चर को खरीद लिया, वो भी तब जब वह इस सीजन में खेल ही नहीं पाएंगे. यानी जोफ्रा आर्चर सीधा आईपीएल 2023 में दिखाई देंगे.
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दिग्गजों को नहीं मिला भाव
इस बार टीमों की रणनीति किस तरह की रही, इसने हर किसी को सोचने पर मजबूर कर दिया. क्योंकि टी-20 स्पेशलिस्ट इंग्लिश बल्लेबाज डेविड मलान, ऑस्ट्रेलिया को टी-20 वर्ल्डकप जिताने वाले कप्तान एरोन फिंच, इंग्लैंड की टी-20 टीम में क्रांति लाने वाले कप्तान इयॉन मोर्गन को इस बार किसी भी टीम ने नहीं खरीदा. इनके अलावा आईपीएल में सबसे ज्यादा विकेट लेने में शामिल अमित मिश्रा और पीयूष चावला को कोई खरीददार नहीं मिला.
विदेशी स्पिनर्स को भी नहीं मिली तवज्जो
इस बार का आईपीएल भारत में होगा, तो स्पिनर्स को फायदा हो सकता है. लेकिन इस बार टीमों ने विदेशी की जगह देशी स्पिनर्स पर भरोसा जताया है. इंग्लैंड के आदिल रशीद, अफगानिस्तान के मुजीब उर रहमान, साउथ अफ्रीका के तबरेज़ शम्सी को किसी भी टीम ने नहीं खरीदा. वो भी तब जब इनकी गिनती बेस्ट में होती है और मुजीब उर रहमान को तो राशिद के बाद सबसे बेस्ट मिस्ट्री स्पिनर माना जाता रहा है. टीमों ने इस बार नाम नहीं, बल्कि खिलाड़ी के काम और उनकी उपलब्धता पर फोकस करने की सोची है.