नई दिल्ली :भारतीय टीम आईपीएल मैचों के दौरान ड्यूक बॉल से प्रैक्टिस करेगी. इंग्लैंड में ड्यूक बॉल से क्रिकेट खेला जाता है जबकि भारत में केवल एसजी बॉल से क्रिकेट खेली जाती है. इसलिए भारतीय टीम ने ड्यूक बॉल से अभ्यास करने का फैसला किया है. ड्यूक क्रिकेट बॉल की उत्पत्ति साल 1760 में हुई थी. पहली बार टोनब्रिज में इसका उत्पादन शुरू हुआ था.
ये बॉल्स यूनाइटेड किंगडम में बनती हैं. कूकाबुरा की तुलना में ड्यूक गेंदों का रंग गहरा होता है. वे पूरी तरह से हस्तनिर्मित हैं. ये गेंदे तेज गेंदबाजों के लिए फायदेमंद हैं. इनकी सीम 50 से 56 ओवर तक अच्छी रहती है और इनको स्विंग करने में आसानी होती है. यह अन्य गेंदों की तुलना में अधिक उछलती हैं. इन गेंदों का प्रयोग इंग्लैंड में क्रिकेट के लगभग सभी प्रारूपों में किया जाता है.
क्रिकेट में तीन तरह की बॉल का होता है प्रयोग
विश्व के जिन देशों में क्रिकेट खेली जाती है वहां तीन तरह की गेंदों का प्रयोग किया जाता है. इन गेंदों को कूकाबुरा, ड्यूक और एसजी कहा जाता है. यह गेंद अलग-अलग देशों में उनकी परिस्थितियों के हिसाब से बनाई जाती हैं और वहां प्रयोग की जाती हैं.