मुंबई:क्रिकेट के अलग-अलग प्रारूपों में अलग-अलग कप्तान बनाए जाने को लेकर भारत के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री का मानना है कि विराट कोहली और रोहित शर्मा की कप्तानी को परखने का सही तरीका है. उन्होंने कहा कि इस महामारी में एक ही कप्तान को तीनों प्रारूपों को संभालना आसान नहीं है. कोहली के टी-20 वर्ल्ड कप के बाद कप्तानी छोड़ने के बाद, शर्मा को इस प्रारूप का कप्तान बनाया गया. दक्षिण अफ्रीका के लिए भारतीय टेस्ट टीम के रवाना होने से ठीक पहले, शर्मा को वनडे का भी कप्तान नियुक्त कर दिया गया था.
शास्त्री ने स्टार स्पोर्ट्स के शो बोल्ड एंड ब्रेव पर कहा, मुझे लगता है कि यह उनके कौशल को जाने का सही तरीका है. यह विराट और रोहित के लिए एक वरदान साबित हो सकता है, क्योंकि मुझे नहीं लगता कि इस महामारी में किसी एक कप्तान द्वारा तीनों प्रारूपों को संभालना आसान है.
शास्त्री ने आगे कहा, दोनों ही काफी अच्छे कप्तान हैं, लेकिन हम जीतने के लिए खेलना चाहते हैं. हमने बहुत जल्दी महसूस किया कि जीतने के लिए 20 विकेट लेने की जरूरत है. इसलिए हमने आक्रामक और निडर क्रिकेट खेलने का फैसला किया.
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शास्त्री को साल 2019 के बाद से एक सलामी बल्लेबाज के रूप में टेस्ट क्रिकेट में शर्मा को ओपनिंग कराने का श्रेय भी दिया जाता है. इस बारे में पूर्व मुख्य कोच ने बताया, मेरे दिमाग में यह बहुत स्पष्ट था कि मैं शर्मा से ओपनिंग कराना चाहता हूं. मैंने सोचा कि अगर मैं एक बल्लेबाज के रूप में उनसे सर्वश्रेष्ठ नहीं निकाल सकता तो, मैं एक कोच के रूप में असफल हूं. क्योंकि वह बहुत अधिक प्रतिभावान खिलाड़ी हैं.
'रहाणे को उपकप्तानी से हटाए जाने से उनका बोझ कम हुआ'
भारत के पूर्व बल्लेबाजी कोच संजय बांगर ने अजिंक्य रहाणे की प्रशंसा की है. साथ ही, उन्होंने कहा कि अनुभवी बल्लेबाज ने सेंचुरियन में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ बॉक्सिंग डे टेस्ट के पहले दिन उपकप्तानी से मुक्त होने के बाद अच्छा प्रदर्शन किया है. रहाणे ने बॉक्सिंग डे टेस्ट के पहले दिन शानदार शुरुआत की और वह दिन का खेल खत्म होने तक 40 रन बनाकर नाबाद रहे. इस दौरान, उन्होंने आठ चौके लगाए और अंतिम सत्र में सेंचुरियन केएल राहुल के साथ 73 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी की.
टीम में उनकी जगह सवालों के घेरे में थी, क्योंकि वह दक्षिण अफ्रीका दौरे की अगुवाई में टेस्ट टीम की उपकप्तानी से हटाए गए थे. हालांकि, टीम प्रबंधन ने बॉक्सिंग डे टेस्ट के लिए रहाणे पर विश्वास जताया था और प्लेइंग इलेवन में जगह दी थी.
बांगर ने स्टार स्पोर्ट्स को बताया, वास्तव में कभी-कभी कुछ घटनाएं आपको राहत दे जाती है. ऐसा ही रहाणे के साथ हुआ है. उनको उपकप्तान से हटाए जाने के बाद उनका बोझ को थोड़ा कम हुआ है. उन्होंने कहा, उन्हें उपकप्तानी से हटाए जाने के बाद उन्होंने अभी तक अच्छी बल्लेबाजी की है. उन्होंने सभी खराब गेंदों पर बाउंड्री लगाया है.
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बांगर के अनुसार, रहाणे अपनी पारी की शुरुआत तेज करना पसंद करते हैं. उनकी पारी राहुल द्रविड़ की पारी की शुरुआत करने के तरीके से काफी मिलता-जुलता है. क्योंकि वह पारी की शुरुआत में जल्द ही 20 रन बनाना पसंद करते थे, ताकि उन पर दबाव न पड़े. यही कारण है कि रहाणे भी उनकी तरह एक समान पैटर्न से खेलते हैं. सभी पारियों में जहां वह सफल रहे हैं, उन्होंने कुछ इसी तरह से शुरुआत की है.