नई दिल्ली : 10 जुलाई 2019, भारत के क्रिकेट फैंस के लिए यह दिन ऐसा है जिसे भूलाना बेहद ही मुश्किल है. यह एक ऐसी तारीख है जिस दिन सवा सौ करोड़ करोड़ भारतीयों का एकसाथ दिल टूटा था. मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर भारत और न्यूजीलैंड के बीच वर्ल्ड कप 2019 का सेमीफाइनल मैच खेला जा रहा था. कांटे के इस मुकाबले में टीम इंडिया जीत की ओर बढ़ ही रही थी कि तभी स्क्वायर लेग से मार्टिन गुप्टिल का एक डायर्ट थ्रो आकर सीधे विकेट पर लगता है और धोनी दूसरा रन पूरा करने के चक्कर में रन आउट हो जाते हैं.
फील्ड अंपायर भी रह गए थे सन्न
गुप्टिल के इस डायर्ट थ्रो को देखकर लेग अंपायर रिचर्ड केटलबरो भी दंग रह जाते हैं, वो भी बड़ी टीस के साथ थर्ड अंपायर की ओर रिव्यू का फैसला करते हैं. क्योंकि वो भी क्रिकेट के इस दिग्गज को इतने महत्वपूर्ण मैच में ऐसे रन आउट होते हुए देखना नहीं चाहते थे. केटलबरो के रिएक्शन से ही पता चल जाता है कि भारत ने अपने सबसे अमूल्य खिलाड़ी को खो दिया है, जिससे उसे सेमीफाइनल मैच जीताने की आखिरी उम्मीद थी. रिप्ले में देखा गया कि धोनी गेंद के स्टंप पर लगने के दौरान कुछ इंच ही दूर थे और उन्हें रन आउट करार दिया जाता है.
इमोश्नल होकर पवैलियन लौटे थे धोनी
इस तरह से विकेट गंवाने के बाद धोनी खुद से बहुत नाराज होते हैं और मैदान पर अपना गुस्सा जाहिर करते हैं, धोनी को अपने क्रिकेट करियर में इससे पहले कभी आउट होने पर इतना ज्यादा मायूस होकर वापस पवैलियन लौटते हुए नहीं देखा गया था. धोनी की आंखे नम थी. स्टेडियम पर मौजूद हजारों भारतीय दर्शकों के साथ-साथ करोड़ों भारतीय फैंस की आंखों में आंसू थे. नतीजनन भारत इस मैच को न्यूजीलैंड से 18 रन से हार जाता है और भारत का वर्ल्ड कप ट्रॉफी उठाने का सपना चकनाचूर हो जाता है.