मोहाली:विराट कोहली के 100वें टेस्ट मैच को लेकर चल रही चर्चा के बीच, श्रीलंका के खिलाफ पहले टेस्ट में पूर्णकालिक कप्तान के रूप में रोहित शर्मा की भी नई पारी की शुरुआत होगी. न्यूजीलैंड, वेस्टइंडीज और श्रीलंका पर श्रृंखला जीत के साथ भारत के लिए सफेद गेंद के मैचों में एक सफल कप्तान बनने के बाद, शर्मा की नई चुनौती अब टेस्ट क्रिकेट में सफलता को दोहराने की है.
शर्मा का कहना है कि एक कप्तान के रूप में उनका दृष्टिकोण नहीं बदलेगा.
उन्होंने कहा, "सीमित ओवर और टेस्ट क्रिकेट पूरी तरह से अलग खेल है. कप्तानी का मेरा दृष्टिकोण वही रहेगा, मैं उससे दूर नहीं जाऊंगा. वहीं वर्तमान में रहना है, टीम की स्थिति को समझना और सही समय पर सही फैसला लेना अहम होगा."
34 वर्षीय कप्तान ने प्री-मैच वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "मैं उन सभी चीजों के बारे में सोचूंगा. यह पांच दिवसीय क्रिकेट है, इसलिए चीजें हर दिन बदल जाएंगी. आपको इस बारे में बहुत विश्लेषण करना होगा कि पहला दिन कैसा रहा, आपको दूसरे दिन, तीसरे दिन क्या करना है और उस बारे में हमेशा विचार करना होता है."
अपनी कप्तानी पर प्रकाश डालते हुए शर्मा ने टिप्पणी की, "बहुत सी चीजें इस बात पर निर्भर करती हैं कि हम किसी विशेष स्थिति पर कैसे प्रतिक्रिया करते हैं और फिर जो भी रणनीति की आवश्यकता होगी, हम उसे बनाएंगे. यह मेरा दृष्टिकोण रहा है और मैं बहुत आगे की नहीं सोचता. टेस्ट और सीमित ओवरों के क्रिकेट के बीच कोई तुलना नहीं है."
फिलहाल शर्मा भारत के 35वें टेस्ट कप्तान के तौर पर मैदान पर उतरने के लिए बेताब हैं.
ये भी पढ़ें-आईपीएल 2022 के बाद South Africa से घरेलू सीरीज खेलेगी Team India
उन्होंने कहा, "यह एक चुनौती होगी, पहली बार मैं भारत के लिए रेड-बॉल क्रिकेट में नेतृत्व कर रहा हूं. मैंने रणजी ट्रॉफी में कुछ मैचों में कप्तानी की है. लेकिन जब आप टेस्ट टीम की कप्तानी कर रहे हैं तो बहुत सारी चुनौती है. इसलिए, यह होने जा रहा है एक अलग चुनौती है, लेकिन यह ऐसी चीज है जिसका मैं वास्तव में इंतजार कर रहा हूं."
मौजूदा विश्व टेस्ट चैंपियनशिप तालिका में भारत 49.07 प्रतिशत अंकों के साथ पांचवें स्थान पर है.
श्रीलंका के साथ श्रृंखला के बाद, भारत का एजबेस्टन में इंग्लैंड के खिलाफ एक टेस्ट है, जिसके बाद अगले साल बांग्लादेश के खिलाफ दो मैच होंगे. शर्मा ने अपने पूर्ववर्ती विराट कोहली के सात साल के कप्तानी कार्यकाल की भी सराहना की, जिसके दौरान भारत विदेशी परिस्थितियों में एक ताकत बन कर उभरा है.
शर्मा ने बताया, "मैं जितना संभव हो सके, खेल जीतने और टीम में सही खिलाड़ियों के साथ सही काम करने की उम्मीद कर रहा हूं. यह पूरी बात है. एक टेस्ट टीम के रूप में, इस समय हम बहुत अच्छी स्थिति में हैं. अगर आप हमारे टेस्ट क्रिकेट के पिछले पांच वर्षों को देखें, तो हमें इस विशेष प्रारूप में आगे बढ़ने का पूरा श्रेय खुद विराट को जाता है."
उन्होंने आगे कहा, "उन्होंने पिछले कुछ वर्षों में टेस्ट टीम के साथ जो किया है वह शानदार रहा. ईमानदारी से कहूं तो मुझे इसे वहीं से आगे ले जाना है जहां से उन्होंने छोड़ा था. टीम बहुत अच्छी स्थिति में है. बेशक, हम विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप तालिका के बीच में हैं. मुझे नहीं लगता कि हमने पिछले दो तीन वर्षों में टेस्ट क्रिकेट में कुछ भी गलत किया है."