नई दिल्ली : मयंक अग्रवाल लंबे समय से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से दूर हैं. क्रिकेट से दूर होने के चलते वो सोशल मीडिया पर एक्टिव हैं. उन्होंने विश्व गौरेया दिवस पर सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया है. वीडियो में मयंक लोगों से गौरेया के लिए दाना-पानी रखने की अपील कर रहे हैं. अग्रवाल रणजी ट्रॉफी और ईरानी कप में खेलते नजर आये थे. रणजी में 13 पारियों में मयंक ने सबसे ज्यादा 990 रन बनाए थे.
ईरानी कप में उन्होंने शेष भारत टीम की कमान संभाली थी. मयंक की कप्तानी में शेष भारत ने मध्य प्रदेश को हराकर ईरानी कप जीता था. ग्वालियर के रुप सिंह स्टेडियम में खेले गए मुकाबले में मयंक की टीम ने मध्य प्रदेश को 238 रनों से हराया था. ईरानी कप जीतने के बाद से मयंक सोशल मीडिया पर एक्टिव हैं. कुछ दिन पहले उन्होंने अंडर गार्ड को फोटो भी अपने सोशल मीडिया हैंडल पर शेयर किया था. लेकिन अब उन्होंने गौरेया के लिये अपील की है.
गौरैया खाद्य श्रृंखला में संतुलन बनाए रखने में अहम भूमिका निभाती हैं. वे ऐसे कीड़ों को खा जाती हैं जो पौधों को नष्ट कर देते हैं. विश्व गौरैया दिवस पहली बार 2010 में नेचर फॉरएवर सोसाइटी ने मनाया था. ये मोहम्मद दिलावर द्वारा बनाई गई गैर सरकारी संस्था है. गौरैया दुनिया के लगभग सभी देशों में हैं. ये भारत, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया, उत्तरी अमेरिका और यूरोप सहित दुनिया के दो-तिहाई भूभाग पर हैं.
गौरेया मानव बस्तियों के पास घोंसले बनाते हैं. गौरैया खतरे की स्थिति में पानी के भीतर तैरने में सक्षम होती हैं. इन्हें धूल से नहाना बहुत पसंद है. गौरैया लगभग 10 साल तक जीवित रह सकती है. गौरैया के बच्चे दो सप्ताह के घोंसला छोड़ उड़ने लग जाते हैं. मादा गौरैया हल्के भूरे रंग की होती हैं जबकि नर गौरैया थोड़े गहरे रंग के होते हैं.
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