सिडनी:ऑस्ट्रेलिया के पूर्व ऑलराउंडर एंड्रयू साइमंड्स को अंतिम श्रद्धांजलि देने के लिए रिवरवे स्टेडियम में एक कार्यक्रम किया गया. शुक्रवार को हुए इस कार्यक्रम में सायमंड्स के करीबी और पूर्व ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज क्रिकेटर रिकी पोंटिंग, एलन बॉर्डर, एडम गिलक्रिस्ट, डैरेन लेहमैन और इयान हीली समेत अन्य लोग शामिल हुए.
इसी महीने की 14 तारीख को ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर एंड्रयू साइमंड्स की कार दुर्घटना में मौत हो गई थी. उन्होंने इस दुनिया को मात्र 46 साल की उम्र में छोड़ दिया. एंड्रयू सायमंड्स ने ऑस्ट्रेलिया के लिए तीनों फॉर्मेट (टेस्ट, वनडे, टी-20) में क्रिकेट खेला.
इसके अलावा उन्होंने आईपीएल के पहले 2 सीजन में भी खेला. साइमंड्स ने ऑस्ट्रेलिया के तरफ से 26 टेस्ट खेले और 1462 रन बनाए. टेस्ट में उनका हाईएस्ट स्कोर 162 रन रहा. वही 198 वनडे मुकाबले खेलते हुए उन्होंने 5088 रन बनाए, इस दौरान उनके बल्ले से छह शतक भी निकले.
वही टी-20 में ऑस्ट्रेलिया के लिए 14 मैच खेलने वाले सायमंड्स ने 48.14 की औसत से 337 रन बनाए. सायमंड्स ने आईपीएल में खेलते हुए 36.07 की औसत से 974 रन बनाए, इसके अलावा 20 विकेट लेने में भी कामयाब रहे. आईपीएल में सायमंड्स ने 39 मैच खेले.
साइमंड्स को 'Roy' क्यों कहा जाता था?
साइमंड्स के बचपन के कोच ने उन्हें पहली बार 'Roy' के नाम से बुलाया था. साइमंड्स देखने में पूर्व बास्केटबॉल खिलाड़ी लेरॉय लॉगगिंस की तरह लगते थे और इस वजह से ही साइमंड्स को ये निकनेम मिला था. लेरॉय पूर्व अमेरिकन ऑस्ट्रेलियन बास्केटबॉल खिलाड़ी हैं.
मैथ्यू मॉट का खुलासा, साइमंड्स ने इंग्लैंड की ओर से खेलने के बारे में सोचा था
इंग्लैंड की टी-20 और वनडे टीम के नए कोच मैथ्यू मॉट ने खुलासा किया है कि ऑस्ट्रेलिया के दिवंगत ऑलराउंडर एंड्रयू साइमंड्स ने इंग्लैंड के लिए खेलने के बारे में सोचा था, क्योंकि उनके पास यूके का पासपोर्ट था. 46 वर्षीय साइमंड्स की इस महीने की शुरुआत में ऑस्ट्रेलिया के क्वींसलैंड में एक कार दुर्घटना के दौरान मौत हो गई थी.
क्रिकेट 365 डॉट कॉम की रिपोर्ट के अनुसार, "उन्होंने (साइमंड्स) निश्चित रूप से इस पर (इंग्लैंड के लिए) विचार किया था, इस बार में मॉट ने ऑस्ट्रेलिया के पूर्व विकेटकीपर-बल्लेबाज इयान हीली को शुक्रवार को दिवंगत क्रिकेटर के लिए पब्लिक मेमोरियल सर्विस में बताया.
मॉट से जब 1995 के अंत में बर्मिघम में जन्मे क्रिकेटर को मिले प्रस्ताव के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा, यह (प्रस्ताव) उनके लिए बहुत लुभावना था, मूल रूप से उनके पास एक अच्छा अवसर था और उनके माता-पिता भी वहीं से थे. लेकिन वह ऑस्ट्रेलिया के लिए खेलने को बेताब थे, क्योंकि यह उनका बचपन का सपना था.
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वास्तव में, काउंटी टीम ग्लूस्टरशायर ने साइमंड्स को गैर-विदेशी खिलाड़ी के रूप में अनुबंधित किया था और तत्कालीन 19 वर्षीय साइमंड्स ने सीजन में चार शतक बनाए और उन्हें इंग्लैंड ए टीम में पाकिस्तान के दौरे के लिए खेलने की पेशकश की गई थी.
अपने पहले काउंटी मैच में साइमंड्स ने अगस्त 1995 में ग्लेमोर्गन के खिलाफ अपने 254 नाबाद में 16 छक्के लगाए, जब तक कि इंग्लैंड के टेस्ट कप्तान बेन स्टोक्स ने इस महीने की शुरुआत में डरहम के लिए खेलते हुए रिकॉर्ड नहीं तोड़ा था. इस बारे में रिपोर्ट में कहा गया है. साइमंड्स ने नासिर हुसैन की कप्तानी वाली टीम के लिए खेलने के प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया और इसके बजाय ऑस्ट्रेलिया के लिए खेलने की घोषणा की. वह एक साल बाद उनकी ए टीम में शामिल हो गए थे.
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साइमंड्स के ऑस्ट्रेलिया टीम के पूर्व साथी डेरेन लेहमन ने कहा कि इंग्लैंड दिवंगत क्रिकेटर का पसंदीदा स्थान बना रहा. लेहमन ने कहा, उन्हें इंग्लैंड का दौरा करना पसंद था, वहां खेलना अच्छा लगता था. साइमंड्स सबसे अच्छे खिलाड़ी थे, जिसे मैंने कभी कोचिंग दी थी. लेहमन ने साइमंड्स को कोचिंग दी थी जब यह जोड़ी इंडियन प्रीमियर लीग की टीम डेक्कन चार्जर्स के साथ थी.