नई दिल्ली : भारत के महान लेग स्पिनर और पूर्व कप्तान अनिल कुंबले ने खुलासा किया कि उनके खेल करियर में भारत-पाकिस्तान मैचों को लेकर काफी दबाव होता था. यह दबाव इतने उच्च स्तर पर होता था कि अगर टीम केन्या से हार भी जाती तो प्रशंसकों को कोई दिक्कत नहीं होती, लेकिन पाकिस्तान के ख़िलाफ़ हार मंजूर नहीं होती थी.
भारत 2 सितंबर को कैंडी के पल्लेकेल अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में 50 ओवरों वाले एशिया कप 2023 के ग्रुप चरण में चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान से एक बार फिर भिड़ेगा. यदि भारत और पाकिस्तान सुपर फोर के राउंड में पहुंचते हैं, तो उनका कोलंबो में एक बार फिर से आमना-सामना हो सकता है. इसके अलावा भारत और पाकिस्तान पुरुष वनडे विश्व कप के लीग चरण में 14 अक्टूबर को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में आमने-सामने होंगे.
अनिल कुंबले ने बेंगलुरु में अनुभवी क्रिकेट प्रशासक अमृत माथुर द्वारा लिखे गए संस्मरण पिचसाइड के लॉन्च के दौरान कहा कि "हमारे समय में, यह शब्द बोला जाता था..'केन्या से भी हारें, लेकिन पाकिस्तान से नहीं...'
अनिल कुंबले 2016 से 2017 तक भारत के मुख्य कोच भी थे. कुंबले के नाम 1999 में नई दिल्ली में खेले गए टेस्ट मैच में पाकिस्तान के खिलाफ 74 रन देकर 10 विकेट लेने का रिकॉर्ड दर्ज है. कुंबले ने पाकिस्तान के खिलाफ 34 एकदिवसीय मैचों में कुंबले ने 54 विकेट लिए हैं.