ब्रिजटाउन : चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव ने पहले वनडे में वेस्टइंडीज पर भारत की पांच विकेट की जीत में खास भूमिका निभायी और केवल 3 ओवरों की गेंदबाजी में अपनी स्पिनर कला का प्रदर्शन करके 6 रन देकर 4 विकेट हासिल कर लिए. मैच के बाद कुलदीप यादव ने अपनी गेंदबाजी व साथी खिलाड़ियों के बारे में खुलकर बोले. कई बार दमदार प्रदर्शन के बावजूद वह टीम से अंदर-बाहर होते रहे, लेकिन इसको लेकर उनके प्रदर्शन पर कोई असर नहीं पड़ा.
मैच के बाद 28 वर्षीय बाएं हाथ के चाइनामैन गेंदबाज ने कहा कि टीम व खिलाड़ी के सामने कई चुनौतियां होती हैं. कई खिलाड़ियों को अच्छे व दमदार प्रदर्शन के बावजूद वह टीम से अंदर-बाहर होना पड़ता है, क्योंकि टीम की जरूरत के हिसाब से अंतिम 11 खिलाड़ियों का चयन होता है. इसमें छूट जाने के बाद भी खुद को निखारने की कोशिश करते रहनी चाहिए. तभी मैच जीतने के बाद जडेजा के साथ दिलखोल कर बात की.
हालांकि, भारत में स्पिन गेंदबाजों की भरमार के कारण, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण के बाद से उन्हें कई मैचों से बाहर रखा गया है. फिर भी इस कलाई के स्पिनर ने अपने खेल को उतार-चढ़ाव से प्रभावित नहीं होने दिया.
कुलदीप ने ईएसपीएन क्रिकइन्फो के हवाले से मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा-
"आपको अक्सर स्थिति या संयोजन के कारण बाहर बैठना पड़ता है. यह एक सामान्य बात है. मैं इतने लंबे समय से क्रिकेट खेल रहा हूं.. छह, साढ़े छह साल हो गए हैं (मेरे पदार्पण के बाद से) और बहुत सी चीजें सामान्य हो गई हैं.''"मुझे जब भी मौका मिलता है, मैं उस काम पर और अपनी गेंदबाजी पर अधिक ध्यान देता हूं.. जो मुझे करना होता है, (ताकि मैं प्रदर्शन कर सकूं).. जब मैं नहीं खेलता तो मैं बहुत शांत रहता हूं, क्योंकि मेरे ऊपर प्रदर्शन करने का कोई दबाव नहीं होता है.''
"जब आप खेलते हैं तो दबाव होता है, लेकिन साथ ही अच्छा प्रदर्शन करने का भी दबाव होता है. आप एक बड़ी टीम के लिए खेल रहे हैं, आप भारत के लिए खेल रहे हैं, बहुत सारे लोग आपको देख रहे हैं, आपका अनुसरण कर रहे हैं, इसलिए आप चाहते हैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करें.."