मुंबई :भारत के पूर्व तेज गेंदबाज वेंकटेश प्रसाद ने केएल राहुल की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नागपुर में पहले टेस्ट मैच में उनका चयन ‘पक्षपात’ पर आधारित था.
भारत ने इस मैच में ऑस्ट्रेलिया को तीसरे दिन ही पारी और 132 रन से हराया. इस मैच के लिए 30 साल के राहुल को बेहतरीन फॉर्म में चल रहे शुभमन गिल पर प्राथमिकता दी गई. राहुल ने भारत की पहली पारी में 71 गेंदों पर 20 रन की संघर्षपूर्ण पारी खेली.
प्रसाद ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, राहुल का चयन प्रदर्शन नहीं बल्कि पक्षपात के आधार पर किया गया. उसके प्रदर्शन में लगातार निरंतरता का अभाव रहा है और लगभग आठ साल से ऐसा चल रहा है. उसने अपनी क्षमता को प्रदर्शन में नहीं बदला है.
राहुल का 46 मैचों में टेस्ट औसत 34.07 है और प्रसाद ने उनके टेस्ट रिकॉर्ड का हवाला देते हुए कहा कि क्रिकेट की अच्छी जानकारी रखने वाले रविचंद्रन अश्विन को रोहित शर्मा के साथ टेस्ट टीम का उप कप्तान बनाना चाहिए.
प्रसाद ने कहा, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में आठ साल से अधिक का समय बिताने के बाद 46 टेस्ट में 34 का औसत बेहद सामान्य है. मुझे याद नहीं कि इतने अधिक मौके किसी और को दिए गए.
उन्होंने कहा, जबकि कई अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं और शानदार फॉर्म में हैं. शुभमन गिल बेहतरीन फॉर्म में है, सरफराज खान प्रथम श्रेणी मैचों में रनों का अंबार लगा रहा है और कई ऐसे हैं जो राहुल से पहले चयन के हकदार हैं.
प्रसाद ने शनिवार को कई ट्वीट करते हुए लिखा, कुछ लोग खुशकिस्मत होते हैं कि उन्हें सफल होने तक अंतहीन मौके दिए जाते हैं जबकि कुछ को ऐसे मौके नहीं मिलते हैं. मैं राहुल की प्रतिभा और कौशल का सम्मान करता हूं लेकिन उनका प्रदर्शन कमतर रहा है.
राहुल इंडियन प्रीमियर लीग की टीम लखनऊ सुपर जायंट्स के कप्तान भी हैं और भारत के पूर्व गेंदबाजी कोच प्रसाद ने दावा किया कि यह भी एक वजह है कि खराब प्रदर्शन के बावजूद वह टेस्ट टीम में बने हुए हैं.
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प्रसाद ने इसके साथ ही पांच क्रिकेटरों के नाम गिनाए जिन्हें राहुल की जगह टेस्ट टीम का उप कप्तान बनाया जा सकता है. उन्होंने कहा, राहुल टीम के नामित उप कप्तान हैं जिससे मामला और बिगड़ जाता है. अश्विन के पास क्रिकेट की बहुत अच्छी समझ है और उन्हें टेस्ट प्रारूप में उप कप्तान होना चाहिए.
प्रसाद ने कहा, यदि वह नहीं तो (चेतेश्वर) पुजारा या (रविंद्र) जडेजा हो सकते हैं. मयंक अग्रवाल ने राहुल की तुलना में टेस्ट में कहीं बेहतर प्रभाव छोड़ा है और इसी तरह से (हनुमा) विहारी ने भी.