डबलिन: आयरलैंड के हरफनमौला खिलाड़ी केविन ओ ब्रायन (Kevin O'Brien) ने मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की. 2006 में आयरलैंड के लिए डेब्यू करने वाले ओ ब्रायन लगभग दो दशकों तक आयरलैंड टीम का हिस्सा रहे. ओ ब्रायन आयरलैंड टीम को एसोसिएट सदस्य से टेस्ट दर्जे की स्थिति तक पहुंचाने वाले अहम खिलाड़ी साबित हुए.
साल 2011 के विश्व कप में केविन ओ ब्रायन ने बेंगलुरु में इंग्लैंड के खिलाफ सिर्फ 63 गेंदों में 113 रन बनाकर आयरलैंड को तीन विकेट से जीत दिलाई थी. इस दौरान केविन ओ ब्रायन ने महज 50 गेंदों में शतक जड़ दिया था, जो वर्ल्ड कप के इतिहास का सबसे तेज शतक है. ओ ब्रायन कई बल्लेबाजी रिकॉर्ड के साथ वनडे प्रारूप में आयरलैंड के अग्रणी विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे. उन्होंने 32.68 की औसत और 5.20 की इकॉनमी दर से 114 विकेट हासिल किए.
आयरलैंड के दिग्गज क्रिकेटर ने सोशल मीडिया पोस्ट में अपने संन्यास की घोषणा की. ओ ब्रायन ने अपने पोस्ट में कहा कि उन्हें आगामी टी20 विश्व कप में खेलने के बाद संन्यास लेने की उम्मीद की थी, लेकिन अवसरों की कमी के कारण उन्होंने संन्यास लेने का फैसला किया.
ओ ब्रायन ने ट्विटर पर एक बयान में कहा, आज मैं अपने देश के लिए 16 साल और 389 मैच के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा करता हूं. मुझे ऑस्ट्रेलिया में टी20 विश्व कप में अपना करियर खत्म करने की उम्मीद थी, लेकिन पिछले साल के विश्व कप में आयरिश टी20 टीम के शर्मनाक प्रदर्शन के बाद उन्होंने समय से पहले ही रिटायरमेंट लेने का फैसला किया. उन्होंने कहा, मैंने आयरलैंड के लिए खेलने के हर मिनट का आनंद लिया है. मैदान पर कई दोस्त बनाए हैं और मेरे पास राष्ट्रीय टीम के साथ खेलने की बहुत सारी सुखद यादें हैं.
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