पोर्ट ऑफ स्पेन : केंसिंग्टन ओवल ब्रिजटाउन में खेले जाने वाले दूसरे एकदिवसीय मैच के मैदान पर अगर भारतीय क्रिकेट टीम के इतिहास को देखें तो भारतीय क्रिकेट टीम कभी भी यहां 200 का आंकड़ा पार नहीं कर पाई है और भारतीय बल्लेबाज इस पिच पर हमेशा संघर्ष करते हुए नजर आए हैं. यही कुछ नजारा पहले एकदिवसीय मैच में भी देखा गया. अगर यह स्कोर 200 के आसपास या 200 के पार होता तो मैच की कहानी बदल भी सकती थी.
आपको बता दें कि भारत की टीम ने यहां कुल 4 एकदिवसीय मैच खेले हैं, जिसमें भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 3 मई 1997 को खेले गए मैच में दिखाई दिया था, जब भारतीय टीम 50 ओवरों में 7 विकेट खोकर केवल 199 रन बना सकी थी. लेकिन यह मैच भी भारतीय टीम बुरी तरह से हार गयी थी.
भारत की टीम ने ब्रिजटाउन के मैदान पर पहला मैच 7 मार्च 1989 को खेला था, जब वेस्टइंडीज की टीम ने डेसमंड हेंस के शानदार 117 रनों की पारी की बदौलत 48 ओवरों के इस मैच में 4 विकेट खोकर 248 रन बनाए थे. इसके जवाब में भारतीय टीम 48 ओवरों में 8 विकेट खोकर केवल 198 रन बना सकी और वेस्टइंडीज की टीम ने यह मैच 50 रनों से जीत लिया. इस मैच में 117 रनों की शानदार पारी के लिए सलामी बल्लेबाज डेसमंड हेंस को प्लेयर ऑफ द मैच का खिताब दिया गया था.
भारतीय टीम ने ब्रिजटाउन में दूसरा मैच 3 मई 1997 को खेला जब भारत की टीम 50 ओवरों में 7 विकेट खोकर केवल 199 रन बना सकी थी. यही टीम का इस मैदान पर सर्वोच्च स्कोर है. वहीं लक्ष्य का पीछा करने उतरी वेस्टइंडीज की टीम ने एक बार फिर शिवनारायण चंद्रपाल के शानदार शतक की पारी की वजह से यह मैच 10 विकेट से जीत लिया. वेस्टइंडीज की टीम 44.4 ओवर में बिना कोई विकेट खोए यह मैच जीत गयी. 109 रनों की शानदार शतकीय पारी के लिए शिवनारायण चंद्रपाल को प्लेयर ऑफ द मैच का खिताब दिया गया.