काशवी गौतम ने खोला बड़ा राज, कहा 'नई और पुरानी गेंद से कर सकती हूं बल्लेबाजों का शिकार'
महिला प्रीमियर लीग 2024 का ऑक्शन काशवी गौतम के लिए काफी शानदार रहा. इस ऑक्शन में वो सबसे महंगी खरीदी जाने वाली पहला अनकैप्ड भारतीय खिलाड़ी बन चुकी हैं. अब उन्होंने एक खास इंटरव्यू में एक बड़ी बात बोली है.
नई दिल्ली: डब्ल्यूपीएल ऑक्शन 2024 में तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर काशवी गौतम सबसे महंगी अनकैप्ड खिलाड़ी बन गईं है. उन्हें गुजरात जाइंट्स ने 2 करोड़ रुपये में अपने दल में शामिल कर लिया है. काशवी ने अपनी राज्य टीम चंडीगढ़ के लिए सात मैचों में 4.14 की इकॉनमी रेट से 12 विकेट लिए. वह इंग्लैंड ए के खिलाफ हालिया टी20 सीरीज में भारत ए के लिए भी खेली थीं और भारत 'ए' टीम की सदस्य थीं. जिन्होंने इस साल जून में हांगकांग में एसीसी इमर्जिंग टूर्नामेंट जीता था.
काश्वी ने डब्ल्यूपीएल ऑक्शन 2024 में गुजरात में शामिल होने के बाद जियोसिनेमा के साथ बात करते हुए कहा कि, 'मैं गुजरात जायंट्स का हिस्सा बनकर बहुत उत्साहित हूं. इस समय यह काफी अविश्वसनीय है. मैं अभ्यास के बाद टीम बस में यात्रा कर रही थी और मुझे टीम के एक साथी ने नीलामी के बारे में सूचित किया. रकम बढ़ती गई और मेरा चयन हो गया. यह मेरे लिए अपना कौशल दिखाने का बहुत बड़ा अवसर है. हमने हमेशा मिताली जी का आदर किया है. यह मेरे लिए उनके साथ बातचीत करने और उनसे सुझाव लेने का एक शानदार अवसर है. खबर मिलने के बाद मैंने अपने कोच (नागेश गुप्ता) को फोन किया और उन्हें बधाई भी दीं'.
उन्होंने आगे कहा कि,'मुझे लगता है कि टीमों को निचले मध्यक्रम की बल्लेबाजी में अधिक प्रभावशाली होने की जरूरत है. उन्हें आखिरी 3-4 ओवरों में तेजी लाने की जरूरत है, इसलिए मैंने उसी के अनुसार अभ्यास किया है. मैंने रेंज हिटिंग पर काम किया है. मुझे नई और पुरानी दोनों गेंदों से अच्छी गेंदबाजी करने में सक्षम होने के लिए अपनी गेंदबाजी में लचीला होना होगा'.
उन्होंने अपनी इच्छाओं के बारे में बात करते हुए कहा कि, 'मुझे लगता है कि एलिसा हीली या हेली मैथ्यूज जैसी किसी अन्य विदेशी बल्लेबाज को बाहर करना होगा. मुझे गुजरात जाइंट्स के लिए अपना 100 प्रतिशत देना होगा. अगर मैं वहां अच्छा प्रदर्शन करती हूं, तो मुझे लगता है कि मुझे वहां से (सीनियर भारतीय टीम के लिए) चुना जा सकता है. अब मेरे लिए तस्वीर साफ है. मुझे पता है कि मैं आगे बढ़ना चाहती हूं और खेलना चाहती हूं. भारत के लिए और वहां अच्छा प्रदर्शन करेंगे. मैं जो कुछ भी हूं उसका सारा श्रेय मेरे माता-पिता को जाता है'.
काशवी के पिता सुदेश शर्मा चाहते हैं कि,'वो डब्ल्यूपीएल 2024 में अच्छा प्रदर्शन करें. काशवी ने इसके लिए वास्तव में कड़ी मेहनत की है. पिछला सीज़न उसके लिए अच्छा नहीं गया था, लेकिन इस बार उसने वास्तव में बहुत मेहनत की है और उम्मीद है कि वह ऐसा करेगी जो गुजरात टाइटंस के लिए अच्छा है'.
काशवी की मां ने कहा कि, 'उनकी बेटी की प्रगति उत्साहवर्धक है और उन्हें उम्मीद है कि वह भारत के लिए खेलेगी. उसने 13 साल की उम्र से क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था और आज आप जो देखते हैं वह उसकी कड़ी मेहनत का परिणाम है. हमने हमेशा उनकी मेहनत पर भरोसा किया है और भविष्य में भी ऐसा करना जारी रखेंगे. वो एक बहुत अच्छी छात्रा भी है और हमेशा 90 से ऊपर अंक प्राप्त करती है. वह खालसा कॉलेज में द्वितीय वर्ष की छात्रा है और अपना समय बहुत अच्छी तरह से प्रबंधित करती है. आप उसमें जो आक्रामकता देखते हैं वह केवल खेल के मैदान तक ही सीमित है. घर पर, वह बहुत शांत स्वभाव की है. वह आरक्षित स्वभाव की है. हमारा सपना उसे एक दिन भारत के लिए खेलते हुए देखना है'.