नई दिल्ली: आईपीएल टीम चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) के गेंदबाजी कोच लक्ष्मीपति बालाजी ने कहा है कि आईपीएल 2021 के दौरान कोरोना पॉजिटिव आने के बाद वह हैरान थे और इस बीमारी की गंभीरता को समझने में उन्हें 24 घंटे लग गए। पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज बालाजी सीएसके टीम के उन सदस्यों में से एक थे, आईपीएल के 14वें सीजन के दौरान कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे. बाद में लीग को स्थगित कर दिया गया था.
बालाजी ने एक वेबसाइट से बात करते हुए कहा, "मैं डरा हुआ था. शुरूआत में मैं अपनी भावनाओं को बयां नहीं कर सका. मुझे पता था कि बाहर लोग मर रहे हैं. जब परिवार और दोस्तों के मैसेज आने लगे तो मुझे बीमारी को गंभीरता को समझने में 24 घंटे और लग गए. मुझे चिंता होने लगी. आइसोलेशन में दूसरे दिन मैंने महसूस किया कि मुझे खुद का ध्यान रखना होगा. हालांकि मैं थोड़ा बेसब्र था."
गेंदबाजी कोच बालाजी के अलावा चेन्नई के बल्लेबाजी कोच माइक हसी भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे और ऐसा माना जा रहा था कि ये दोनों दिल्ली के रोशनआरा क्लब मैदान में एक दूसरे के संपर्क में आए थे.
बालाजी ने कहा, "तब मुझे पता चला कि माइक हसी भी पॉजिटिव थे. तब तक हमें पता नहीं था कि कहां हम कोरोना वायरस के संपर्क में आए थे. मार्च के पहले सप्ताह से ही हमारा बायो बबल बेहद मजबूत था."
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पूर्व तेज गेंदबाज ने साथ ही कहा, "दो मई को मुझे थोड़ी कमजोरी महसूस हुई, शरीर में दर्द और हल्का जुकाम. उसी दिन दोपहर को टेस्ट कराया. तीन मई को सुबह मेरा टेस्ट पॉजिटिव आया और मैं हैरान था. मैंने बायो बबल और सुरक्षा घेरे को तोड़ने के लिए कुछ नहीं किया था. हम 26 अप्रैल को मुंबई से दिल्ली पहुंचे थे। हमने 28 अप्रैल को होने वाले मैच के लिए अगले ही दिन टेस्ट करवाया था. अगले दिन एक और टेस्ट हुआ. एक मई को हमने मुंबई इंडियंस के खिलाफ मैच खेला. इसलिए मुझे विश्वास था कि मेरा इम्यून सिस्टम मजबूत है और कोरोना वायरस के खिलाफ सुरक्षित है."
उन्होंने कहा, "अगले दिन दो मई को हुए टेस्ट में मेरे साथ दो और लोग जिनमें काशी विश्वनाथन और एक सहयोगी स्टाफ शामिल था, पॉजिटिव हुए. ये निश्चित करने के लिए कि ये टेस्ट झूठा है, हमने उसी दिन एक और टेस्ट कराया. मैं दूसरी बार पॉजिटिव आया. जिसके बाद मैं टीम से अलग होकर होटल की दूसरी मंजिल पर चला गया."