मुंबई:कोलकाता नाइट राइडर्स के बल्लेबाज रिंकू सिंह आखिरी मैच में अपनी बल्लेबाजी से सुर्खियों में आ गए हैं. जहां उन्होंने 15 गेंदों पर 40 रन की पारी से क्रिकेट जगत में हलचल मचा दी. उनके क्रिकेट सफर में मध्य के दौरान चोट की आशंका और 2019 में बीसीसीआई द्वारा अबू धाबी में एक टी-20 टूर्नामेंट में खेलने के लिए तीन महीने का निलंबन भी शामिल है. रिंकू ने घरेलू स्तर पर उत्तर प्रदेश के लिए ढेर सारे रन बनाए और धीरे-धीरे सफलता की सीढ़ियों को पार करते गए.
बाएं हाथ के इस खिलाड़ी ने कहा कि उनके करियर के पिछले पांच साल चुनौतीपूर्ण रहे, लेकिन चोट के समय में भी उन्होंने आत्मविश्वास नहीं खोया. अलीगढ़ के बल्लेबाज ने कहा कि उनके पिता ने 2-3 दिनों तक खाना नहीं खाया, जब उन्होंने उनकी चोट के बारे में सुना. केकेआर के आधिकारिक फेसबुक पेज पर अपलोड किए गए एक वीडियो पर सिंह ने कहा, मैं इतने लंबे समय तक क्रिकेट से दूर रहकर खुश नहीं था. मेरे पिता ने 2-3 दिनों तक खाना नहीं खाया. तब मैंने उनसे कहा कि चोट क्रिकेट का हिस्सा है. मैं अपने जीवन का एकमात्र कमाने वाला हूं, जिसमें अगर मुझे चोट लग जाए तो यह परिवार के लिए चिंताजनक का विषय बन जाता है.
उन्होंने आगे बताया कि, 5 साल मेरे लिए वास्तव में कठिन थे. पहले साल के बाद जब मुझे केकेआर के लिए चुना गया और मुझे खेलने का मौका मिला, तो मैं अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सका. फिर भी केकेआर ने मुझ पर बहुत भरोसा जताया और उन्होंने मुझे अगले सीजन के लिए बरकरार रखा. 12 अक्टूबर 1997 को अलीगढ़ में जन्मे रिंकू को किंग्स इलेवन पंजाब (अब पंजाब किंग्स) ने 2017 में चुना था, लेकिन उन्हें मौका नहीं मिला. उन्हें साल 2018 की नीलामी में कोलकाता नाइट राइडर्स ने 80 लाख रुपए में चुना था. वह साल 2021 तक केकेआर के साथ रहे, जब वे घुटने की चोट के कारण आईपीएल से बाहर हो गए थे और बाद में उनकी जगह गुरकीरत सिंह मान ने ले ली थी.