कोलकाता : इंडियन प्रीमियर लीग में पिछले साल की उपविजेता और आईपीएल का पहला खिताब जीतने वाली राजस्थान रॉयल्स की टीम आईपीएल के इस सीजन में शुरुआत तो अच्छी की थी, लेकिन बाद के मैचों में टीम जीत की पटरी से उतर गई है और अब टीम को प्लेऑफ में पहुंचाने के लिए बाकी के सारे मैच जीतने की जरूरत बन गयी है. इसमें से अगर संजू सैमसन की टीम एक भी मैच हारती है तो वह प्ले ऑफ की दौड़ से बाहर होती दिखने लगेगी. इसलिए कप्तान संजू सैमसन व कोच कुमार संगकारा व मलिंगा को गेंदबाजी पर ध्यान देने की जरूरत है.
आज कोलकाता के साथ ईडेन गार्डेंस के मैदान में होने वाले मैच के अलावा राजस्थान रॉयल्स को अगला मैच रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के साथ जयपुर में अपने घरेलू मैदान पर खेलना है. उसके बाद टीम अपना लीग का आखिरी लीग मैच खेलने के लिए धर्मशाला जाएगी, जहां पर पंजाब किंग्स के साथ उसका मुकाबला होगा. इन तीन मुकाबलों को राजस्थान रॉयल्स की टीम जीत लेती है तो ही वह पक्के तौर पर प्लेऑफ की दौड़ में शामिल हो पाएगी, अन्यथा उसे अन्य टीमों के परिणाम पर निर्भर रहना पड़ेगा.
इसीलिए राजस्थान रॉयल्स की टीम को अपने बैटिंग और बॉलिंग कंबिनेशन पर विशेष ध्यान देकर उतरेगी, ताकि टीम किसी भी तरीके से खराब प्रदर्शन न कर सके. अन्यथा वह प्ले आपके दौड़ से बाहर हो जाएगी. अभी तक खेले गए 11 मैचों में से 6 मैचों में हार मिल चुकी है. एक और हार उसके प्ले ऑफ से बाहर जाने का रास्ता खोल देगी.
केवल 3 बल्लेबाज हुए सफल
राजस्थान रॉयल्स के खिलाड़ियों का परफॉर्मेंस देखे तो यशस्वी जायसवाल बल्लेबाजी में सबसे आगे चल रहे हैं और वह 400 से अधिक रन बनाने वाले इकलौते खिलाड़ी हैं, जबकि कप्तान संजू सैमसन और जोश बटलर ने 300 से अधिक रन बनाए हैं. इसके अलावा देवदत्त पडिक्कल और शिमरॉन हेटमायर ने भी शुरुआत के कुछ मैचों में अच्छी बल्लेबाजी की और फिनिशर बनकर टीम को मैच जिताया, लेकिन पिछले कुछ मैचों से इन दोनों खिलाड़ी का योगदान कुछ अच्छा नहीं रहा है. केवल 6 बल्लेबाज 100 से अधिक रन बनाने वालों में शामिल हैं.