नई दिल्ली :पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड के मौजूदा आईपीएल में खेलने के फैसले से खुश नहीं हैं और उनका मानना है कि तेज गेंदबाज को आगामी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल और एशेज पर ध्यान देना चाहिए. हेजलवुड टखने की चोट के कारण लगभग चार महीने तक मैदान से बाहर रहे थे. उन्होंने क्रिकेट मैदान पर सफल वापसी की जब उन्होंने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के लिए लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ तीन ओवर डाले और 15 रन पर दो विकेट लिए.
हेजलवुड को यह चोट जनवरी में सिडनी में टेस्ट मैच के दौरान लगी थी और उसके बाद से वह खेल के किसी भी प्रारूप में नहीं खेले. उन्हें भारत में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए चुना गया था लेकिन सीरीज के मध्य में उन्हें उनके रिहैबिलिटेशन के लिए स्वदेश वापस भेज दिया गया था. आईपीएल में वापसी से हेजलवुड ऑस्ट्रेलिया के आगामी छह टेस्ट के इंग्लैंड दौरे के लिए अपनी शारीरिक तैयारी दिखाना चाहते हैं. इस दौरे में विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल और एशेज शामिल है.
32 वर्षीय हेजलवुड उन चार तेज गेंदबाजों में शामिल हैं जिन्हें इंग्लैंड दौरे के पहले हाफ के लिए ऑस्ट्रेलिया की टीम में रखा गया है. राष्ट्रीय चयनकर्ता इस बात से खुश हैं कि हेजलवुड ने अपनी गेंदबाजी की तैयारी के लिए आईपीएल का इस्तेमाल किया है जबकि क्लार्क का मानना है कि हेजलवुड को ऑस्ट्रेलिया में होना चाहिए और रेड बॉल क्रिकेट पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए. क्लार्क के हवाले से फॉक्स क्रिकेट ने कहा कि मुझे समझ नहीं आता कि वह आईपीएल को प्राथमिकता क्यों दे रहे हैं. उन्हें ऑस्ट्रेलिया में होना चाहिए और टेस्ट मैच क्रिकेट की तैयारी करनी चाहिए.