नई दिल्ली : उतार चढ़ाव और नाटकीय घटनाक्रमों से भरपूर मैच में लखनऊ सुपर जायंट्स ने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु पर एक विकेट से आखिरी गेंद पर रोमांचक विजय प्राप्त कर ली. बेंगलुरु ने लखनऊ को चार ओवरों में 23 रन के स्कोर पर तीन झटके दे दिए थे लेकिन मार्कस स्टॉयनिस की 30 गेंदों में 65 रनों की पारी ने उन्हें एक मंच प्रदान कर दिया. जिसके बाद पूरन के 20 गेंदों में 62 रन और आयुष की 24 गेंदों में 30 रनों की पारी उन्हें जीत की दहलीज पर ले गई.
हालांकि मैच का परिणाम अंतिम गेंद डाले जाने से पहले नहीं आया था। आयुष 19वें ओवर में आउट हो गए और अंतिम ओवर में मार्क वुड और जयदेव उनादकट भी पवेलियन लौट गए जोकि लखनऊ को पांच रनों की जीत की दरकार और तीन विकेट शेष रहने की स्थिति में शुरू हुआ था. अंतिम गेंद पर जीत के लिए एक रन की दरकार और एक और नाटकीय घटनाक्रम घटित हुआ. हर्षल पटेल रवि बिश्नोई को नॉन स्ट्राइकर एंड पर रन आउट करने में असफल रहे और पहले प्रयास में विफल होने के बाद काफी दूर चले गए. उन्होंने वापस विकेट पर डायरेक्ट हिट किया लेकिन अंपायर अनिल चौधरी ने इसे नॉट आउट करार दिया.
प्लेयर ऑफ द मैच बने निकोलस पूरन ने मैच के बाद प्रेजेंटेशन में कहा, 'मैं अवसर को भुनाना चाहता था'. पूरन ने अपनी 20 गेंदों में 62 रनों की पारी से मैच का पासा पूरी तरह से पलट ही दिया था. इसके अलावा उन्होंने आईपीएल इतिहास का संयुक्त तौर पर तीसरा सबसे तेज अर्धशतक भी बनाया. आयुष के साथ मिलकर उन्होंने स्कोर बोर्ड पर 34 गेंदों में 85 रन जोड़े. प्लेयर ऑफ द मैच का अवॉर्ड पाने पर पूरन ने इस जीत की आधारशिला रखने का श्रेय कप्तान केएल राहुल और स्टॉयनिस की साझेदारी को दिया.