नई दिल्ली : दिल्ली कैपिटल्स की टीम इंडियन प्रीमियर लीग में मंगलवार को जब अपने घरेलू मैदान पर गत चैम्पियन गुजरात टाइटन्स के खिलाफ उतरेगी तो उसे अपने गेंदबाजों से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद होगी. दूसरी ओर, शुरुआती मुकाबले में चेन्नई सुपरकिंग्स को मात देने के बाद गुजरात के हौसले बुलंद हैं. घुटने की गंभीर चोट के कारण केन विलियमसन के टूर्नामेंट से बाहर होने के बावजूद कागजों पर गुजरात टाइटन्स मजबूत है.
दिल्ली कैपिटल्स vs गुजरात टाइटंस : हेड टू हेड
गुजराज टाइटंस ने आईपीएल 2022 में ही अपना डेब्यू किया था. अपने डेब्यू आईपीएल सीजन में ही गुजरात टाइटंस चैंपियन बनी थी और इस सीजन में दिल्ली कैपिटल्स प्लेऑफ में जगह बनाने में कामयाब नहीं हो पाई थी. आईपीएल 2022 में दिल्ली कैपिटल्स और गुजरात टाइटंस के बीच एक मैच खेला गया था और इस मैच में हार्दिक पांड्या की कप्तानी वाली गुजरात टाइटंस ने जीत हासिल की थी.
दिल्ली कैपिटल्स की कमजोरी गेंदबाजी
दिल्ली कैपिटल्स को सत्र के शुरुआती मैच में लखनऊ सुपर जायंट्स ने 50 रन से करारी शिकस्त दी थी. इस मैच में टीम को सबसे ज्यादा निराशा भारतीय तेज गेंदबाजों से हुई थी और एनरिच नोर्किया की गैरमौजूदगी में ये गेंदबाज लखनऊ के बल्लेबाजों को परेशान करने में विफल रहे थे. चेतन सकारिया और मुकेश कुमार सटीक लाइन लेंथ पर गेंदबाजी करने के लिए जाने जाते हैं लेकिन लखनऊ के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को परेशान करने के लिए जरूरी गति और विविधता के मामले में दोनों काफी असरहीन थे. ऐसे में शानदार लय में चल रहे शुभमन गिल और हार्दिक पंड्या को उनके खिलाफ रन बनाने में कोई परेशानी नहीं होगी.
खलील अहमद से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद
खलील अहमद ने लखनऊ के खिलाफ शुरुआती मैच में गेंद से कुछ अच्छा प्रदर्शन किया था लेकिन क्षेत्ररक्षण के मामले में वह फिसड्डी रहे हैं. उन्होंने लखनऊ के खिलाफ कायल मायर्स का कैच टपकाया था जो टीम को काफी महंगा पड़ा था. दिल्ली के पास इशांत शर्मा जैसा अनुभवी गेंदबाज है लेकिन यह समझा जाता है कि टीम प्रबंधन ने 100 टेस्ट खेल चुके इस खिलाड़ी को सम्मान दिखाने के लिए आधार मूल्य पर अपने साथ जोड़ा. इशांत का इस्तेमाल ‘इंपैक्ट खिलाड़ी’ के तौर पर हो सकता है. दिल्ली के अभ्यास सत्र पर नजर रखने वालों का हालांकि मानना है कि उनकी गति और पैनापन में काफी गिरावट आयी है.