हैदराबाद:आईपीएल 2022 में राजस्थान रॉयल्स के लिए लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ खेलते हुए आर अश्विन ने ऐसा कदम उठाया, जिसे आगे आने वाले वक्त में सीमित ओवरों की क्रिकेट में बदलाव के रूप में देखा जा रहा है. कप्तान संजू सैमसन के मुताबिक, वह और राजस्थान टीम इस बारे में पहले भी विचार कर चुकी थी, लेकिन टीम ने लखनऊ के खिलाफ मुकाबले में हालात को देखते हुए इसे अप्लाई करने का विचार किया. राजस्थान का यह दांव काफी सफल साबित हुआ.
बताते चलें, शुरुआती विकेट जल्दी गिरने के बाद नंबर 6 पर बल्लेबाजी करने के लिए उतरे अश्विन ने एक समय राजस्थान की पारी को संभाला. लेकिन जब उन्हें स्लॉग ओवरों में लगा कि उनसे बड़े हिट नहीं लग रहे, तब उन्होंने खुद को रिटायर्ड आउट करते हुए रियान पराग को उतरने का मौका दिया. राजस्थान की टीम पावर प्ले ओवरों में 3-4 ओवरों बाद लगातार चार विकेट खोकर दबाव में घिर गई थी. चार विकेट पर 67 रनों के स्कोर पर उतरे अश्विन ने शिमरॉन हेटमेयर के साथ मिलकर पारी को संभाला
रिटायर्ड हर्ट और रिटायर्ड आउट में अंतर?
रिटायर्ड आउट और रिटायर्ड हर्ट में काफी अंतर है, जब कोई खिलाड़ी किसी चोट, क्रैंप, हैमस्ट्रिंग या किसी और वजह से बल्लेबाजी नहीं कर पाए, तब अगर वह क्रीज छोड़कर डग आउट की तरफ जाता है तो उसे रिटायर्ड हर्ट माना जाता है. वहीं रिटायर्ड आउट, खिलाड़ी का खुद का लिया गया निर्णय है. कोई भी बल्लेबाज स्वेच्छा से क्रीज छोड़कर अगर किसी दूसरे बल्लेबाज को मौका देता है तो उसे रिटायर्ड आउट माना जाता है. यह सीमित ओवरों की क्रिकेट में काफी गेमचेंजर साबित हो सकता है.
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इस तरीके से भी समझ सकते हैं, जब कोई बल्लेबाज अंपायर या विपक्षी टीम के कप्तान से बिना सलाह-मशविरा/सहमति के बिना अपनी पारी बीच में ही छोड़कर पवेलियन चला जाता है, उसे रिटायर्ड आउट माना जाता है. नियमों के मुताबिक, इसे विकेट माना जाता है. जब एक बार कोई बल्लेबाज रिटायर्ड आउट हो जाता है तो वह दोबारा बल्लेबाजी के लिए नहीं आ सकता. दूसरी ओर, रिटायर्ड हर्ट बल्लेबाज टीम की जरूरत के मुताबिक दोबारा बल्लेबाजी के लिए मैदान पर उतर सकता है.
रिटायर्ड आउट के संबंध में ICC कानून क्या कहता है?
- नियम 25.4.1 के मुताबिक, एक बल्लेबाज अपनी पारी के दौरान किसी भी समय गेंद के खत्म होने पर रिटायर्ड ले सकता है. अंपायरों को, खेल को आगे बढ़ने की अनुमति देने से पहले, बल्लेबाज के रिटायर्ड लेने के कारण के बारे में सूचित किया जाएगा.
- नियम 25.4.2 के मुताबिक, यदि कोई बल्लेबाज बीमारी, चोट या किसी अन्य अपरिहार्य कारण से रिटायर्ड होता है, तो वह बल्लेबाज अपनी पारी को फिर से शुरू करने का हकदार होता है. अगर किसी कारण से ऐसा नहीं होता है तो उस बल्लेबाज को 'रिटायर्ड- नॉट आउट' के रूप में दर्ज किया जाता है.
- नियम 25.4.3 के मुताबिक, यदि कोई बल्लेबाज 25.4.2 के अलावा किसी अन्य कारण से सेवानिवृत्त होता है, तो उस बल्लेबाज की पारी को विरोधी कप्तान की सहमति से ही फिर से शुरू किया जा सकता है. यदि किसी कारण से उसकी पारी फिर से शुरू नहीं होती है, तो उस बल्लेबाज को 'रिटायर-आउट' के रूप में दर्ज किया जाता है.
- नियम 25.4.4 के मुताबिक, यदि कोई बल्लेबाज संन्यास लेने के बाद 25.4.2 और 25.4.3 की आवश्यकताओं के अधीन अपनी पारी फिर से शुरू करता है, तो यह केवल एक विकेट गिरने या किसी अन्य बल्लेबाज के रिटायर्ड होने पर होगा.
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टी-20 टूर्नामेंट में इस तरह की पिछली घटनाएं
- एडिलेड स्ट्राइकर्स के खिलाफ बीबीएल 2022 स्थिरता के दौरान सिडनी सिक्सर्स द्वारा रणनीति का भी इस्तेमाल किया गया था. घायल जॉर्डन सिल्क वापस पवेलियन में चले गए और जे लेंटन बीच में आ गए. सिक्सर्स ने अंततः लक्ष्य का चार विकेट से पीछा किया और फाइनल में अपनी जगह बनाई.
- भूटान के सोनम तोबगे 2019 में मालदीव के खिलाफ एक टी-20ई के दौरान इसी तरह से पवेलियन लौटे. उन्होंने 35 गेंदों में 24 रन बनाए थे.
- बांग्लादेश प्रीमियर लीग 2019 में चटोग्राम चैलेंजर्स के खिलाफ खेलते हुए कमिला वॉरियर्स के सुनजमुल इस्लाम ने यह कारनामा किया.
- पाकिस्तान के पूर्व खिलाड़ी शाहिद अफरीदी 2010 में एक टूर मैच के दौरान 14 गेंदों में 42 रन बनाकर नॉर्थेंट्स के खिलाफ पाकिस्तानियों के लिए खेलते हुए रिटायर हो गए थे.