हैदराबाद: महेंद्र सिंह धोनी, एक ऐसा नाम जिसने भारतीय क्रिकेट इतिहास को बदलकर रख दिया. एक कप्तान से लेकर बल्लेबाज तक उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बहुत नाम कमाया. अंतरराष्ट्रीय स्तर के तीनों फॉर्मेट में धोनी ने जमकर रनों की बारिश की है.
इतना ही नहीं एमएस धोनी को विश्व क्रिकेट का नंबर-1 फिनिशर कहा जाता है और उन्होंने अकेले अपने दम पर टीम इंडिया को अन-गिनत मुकाबले भी जीताए. टीम इंडिया के पूर्व बल्लेबाजी कोच संजय बांगर ने धोनी को लेकर एक दिलचस्प खुलासा किया है.
एक टीवी शो में बांगर ने कहा, ''धोनी ग्रेट फिनिशर हैं, जब भी वह थाई पैड पहनते हैं तो वह सिंगल और दो रन अधिक लेते हैं. इसके बाद चौके लगाते हैं. वह कप्तान से भी अधिक ग्रेट लीडर हैं. खिलाड़ियों के लिए उनके द्वार हमेशा खुले रहते हैं. वह अपने विचार किसी खिलाड़ी पर नहीं थोपते. वह इस बात का इंतजार करते हैं कि युवा खिलाड़ी अपने आप अपनी ट्रिक्स खोजें.''
उन्होंने कहा, ''मुझे यह पता चला कि कैसे अपने रचनात्मक सालों में, बड़े हिट लगाने वाला धोनी ने अपनी स्वाभाविक योग्यता को प्रतिबंधित किया है. वह अपने थाई पैड पर लिखते थे- 1... 2... टिक..टिक 4...6... जब भी वह बल्लेबाजी के लिए जाते हैं तो अपनी थाई पर लिखे को पढ़ते हैं... वह पढ़ते हैं कि उन्हें भी यही प्रोसेस अपनाना है. इसलिए सिंगल्स और डबल्स इस ग्रेट फिनिशर के लिए जरूरी हो गए हैं.''
बांगर ने अंत में कहा, ''यही सिंगल्स और डबल्स उन्हें बेस्ट फिनिशर बनाते हैं. दुनिया में अधिकांश फिनिशर सिंगल्स और डबल्स की महत्ता जानते हैं. आप माइकल बेवन को देखिए, धोनी को देखिए. दोनों में यही बात कॉमन है. इसी की वजह से वे मैच जीतते हैं. ये चौके और छक्कों की वजह से मैच नहीं जीतते. धोनी इसी प्रोसेस को अपनाते हैं.''
बताते चलें कि, महेंद्र सिंह धोनी ने विश्व 2011 फाइनल से लेकर कई बड़े टूर्नामेंट अकेले अपने दम पर भारत को जीताए हैं. पूर्व भारतीय कप्तान ने 15 अगस्त को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से अपने संन्यास का ऐलान कर दिया था.