इंग्लैंड के लिए टेस्ट मैच से पहले बजी खतरे की घंटी, आक्रमक मूड में हैं भारत की कप्तान हरमनप्रीत कौर
भारत और इंग्लैंड की महिला क्रिकेट टीमों के बीच गुरुवार (14 दिसंबर) से एकमात्र टेस्ट मैच खेला जाने वाला है. इस मैच से पहले भारतीय टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में साफ कर दिया है कि उनकी टीम बिना डरे खलने वाली हैं.
मुंबई:भारत महिला क्रिकेट टीम हरमनप्रीत कौर की कप्तानी में इंग्लैंड के साथ करीब 9 साल बाद रेड-बॉल क्रिकेट में वापसी कर रही है. टीम इंडिया के हौसले बुलंद है और भारतीय महिला टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने बड़ी बात कही है. इंग्लैंड के खिलाफ चार दिवसीय एकमात्र टेस्ट मैच में केवल दो दिन की तैयारी के साथ मैदान पर उतर रही भारतीय महिला टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने कहा कि वे आक्रामक खेल खेलेंगी और और परिणाम के लिए जाएंगी.
हरमन ने प्री-मैच प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'जब मैंने आखिरी बार पिच देखी थी, तो वे इस पर और फिसलन कर रहे थे. यह अधिक टर्न नहीं ले पाएगी और स्पिनरों के लिए भी स्किडी होगी. मध्यम तेज गेंदबाजों के स्पैल बहुत महत्वपूर्ण होंगे. हमारे पास ऐसे स्पिनर हैं जिनके पास सपाट, फिसलन वाली सतहों पर गेंदबाजी करने का अनुभव है. अगर हम अच्छी गेंदबाजी करते हैं और आक्रामक फील्ड प्लेसमेंट के साथ जाते हैं, तो हम विकेट ले सकते हैं. एक बल्लेबाज के रूप में यदि आप सेट हो सकते हैं, तो यह आसान हो जाएगा लेकिन साथ ही अगर आप गेंद से आक्रमण करते हैं तो यह आसान नहीं होगा'.
भारतीय कप्तान ने आगे कहा कि कहा, 'अगर हम पिच को देखते हैं और संयोजन तय करते हैं, तो यह अलग होगा, लेकिन अगर हम अपनी ताकतों को देखते हैं, तो यह एक अलग संयोजन होगा. मैं अपनी ताकत के साथ जाना चाहूंगी. भारत के लिए पूजा वस्त्रकर, मेघना सिंह, रेणुका सिंह ठाकुर. तितास साधु, दीप्ति शर्मा और स्नेहा राणा, राजेश्वरी गायकवाड़ के रूप में हमारे पास बेहतरीन गेंदबाजी हैं'.
इंग्लैंड की कप्तान हीथर नाइट ने कहा, 'हम निश्चित रूप से चुनौती का सामना करने और यह देखने के लिए उत्साहित हैं कि पिच कैसे खेलती है और भारत में टेस्ट क्रिकेट कैसा होता है'.
भारत ने आखिरी बार घरेलू मैदान पर नौ साल पहले टेस्ट मैच खेला था और उनका आखिरी लाल गेंद का मैच दो साल पहले कैरारा में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ था. हरमनप्रीत कौर उस मैच से चूक गईं और इस तरह वह कप्तान के रूप में अपनी शुरुआत करेंगी. उनके कई साथियों ने मल्टी-डे क्रिकेट नहीं खेला है क्योंकि महिला क्रिकेटरों को घरेलू सर्किट में रेड-बॉल क्रिकेट खेलने का मौका नहीं मिलता है. इस प्रकार लाल गेंद वाला क्रिकेट उनमें से कई लोगों के लिए एक अज्ञात वस्तु है. मौजूदा टीम में कप्तान हरमनप्रीत कौर और उनकी उपकप्तान स्मृति मंधाना ही एकमात्र ऐसी खिलाड़ी हैं, जिन्होंने घरेलू मैदान पर रेड-बॉल क्रिकेट खेला है.
हरमनप्रीत कौर
भारतीय कप्तान ने बुधवार को डीवाई पाटिल स्टेडियम में मैच से पहले हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि, 'यह सब मानसिकता के बारे में है. टी-20 के बाद सीधे रेड-बॉल क्रिकेट खेलना हमारे लिए एक बड़ा बदलाव है, लेकिन हमने चर्चा की है कि हम अपनी बल्लेबाजी शैली नहीं बदलेंगे और अपना स्वाभाविक खेल खेलेंगे. मेरा दृष्टिकोण उसी तरह का होगा जैसा कि टी20- आक्रामक फील्ड प्लेसमेंट, आक्रमण और गेंदबाजी, लेकिन हम स्थिति के अनुसार चीजों में बदलाव करेंगे.
हरमनप्रीत ने आगे कहा कि,' उनके बल्लेबाजों को रेड-बॉल क्रिकेट की तैयारी के लिए ज्यादा दिन नहीं मिले, लेकिन गेंदबाजी इकाई को एक पखवाड़े का प्रशिक्षण मिला. हम व्यक्तिगत खिलाड़ियों पर भी भरोसा कर रहे हैं कि वे अपना हाथ बढ़ाएं और भारत की अगुवाई करें जैसा कि उनके लिए हाल के टेस्ट मैचों में हुआ है.