मीरपुर : रन बनाने के लिए जूझ रही भारतीय बल्लेबाजों को बुधवार को यहां दूसरे महिला एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय में बांग्लादेश के खिलाफ श्रृंखला गंवाने से बचने के लिए धीमी पिच पर बेहतर बल्लेबाजी करनी होगी.
स्पिनरों, विशेषकर लेग स्पिनरों ने अब तक बांग्लादेश दौरे के दौरान भारतीय बल्लेबाजों को काफी परेशान किया है. रविवार को पहले एकदिवसीय में भारतीय बल्लेबाजों को तेज गेंदबाज मारूफा अख्तर का सामना करने में भी मुश्किलें हुईं और टीम को बांग्लादेश के खिलाफ इस प्रारूप में पहली बार हार का सामना करना पड़ा.
अंतिम टी20 अंतरराष्ट्रीय में जीत के बाद बांग्लादेश ने पहले एकदिवसीय में भी जीत दर्ज की और अब मेजबान टीम की नजरें श्रृंखला में एतिहासिक जीत करने पर टिकी हैं. बांग्लादेश को अगले साल महिला टी20 विश्व कप की मेजबानी भी करनी है और ऐसे में भारतीय बल्लेबाजों को ऐसी पिचों पर रन बनाने के लिए सामंजस्य बैठाना होगा जहां गेंद बल्ले पर नहीं आती.
भारत के लिए मौजूदा दौरा अब तक मुश्किलों से भरा रहा है और टीम बामुश्किल टी20 श्रृंखला जीतने में सफल रही. स्टार बल्लेबाज स्मृति मंधाना ने मौजूदा दौरे पर निराश किया है जबकि एकदिवसीय श्रृंखला के पहले मैच में शेफाली वर्मा की जगह लेने वाली प्रिया पूनिया भी वापसी करते हुए नाकाम रहीं.
यस्तिका भाटिया और जेमिमा रोड्रिग्स दोनों को स्ट्राइक रोटेट करने में परेशानी का सामना करना पड़ा और इससे टीम पर अतिरिक्त दबाव पड़ा. रिचा घोष की गैरमौजूदगी में कोई भी बल्लेबाज फिनिशर की भूमिका नहीं निभा पा रही है और टीम को बाउंड्री जुटाने के लिए जूझना पड़ रहा है. रविवार को अपनी गेंदबाजी से प्रभावित करने वाली अमनजोत कौर के पास बल्ले से भी छाप छोड़ने का मौका है और वह फिनिशर के रूप में विकल्प मुहैया करा सकती हैं.