नई दिल्ली :लगातार दो T20 मैच हार चुकी भारतीय क्रिकेट टीम को अपनी निचले क्रम के बल्लेबाजी को मजबूत करने की जरूरत है. भारत के बल्लेबाज 7 नंबर के बाद किसी भी अच्छी पारी को खेलने के लिए खुद को असमर्थ पा रहे हैं. पहले दो टी-20 मैचों की स्थिति को देखकर ऐसा लगता है कि भारत को अब अपने 8वें, 9 वें और 10वें नंबर के बल्लेबाजी को जरूरत पड़ने पर 5-10 रनों की मजबूत पारी खेल सकें और टीम को जीत दिलाने में अहम रोल निभा सकें.
आपने भारत व वेस्टइंडीज के बीच खेले गए दो वनडे मैचों की कहानी देखकर अंदाजा लगा लिया होगा कि भारतीय क्रिकेट टीम पहला टी20 मैच नजदीकी अंतर से केवल 4 रनों से हार गई और भारत के बल्लेबाज आखिरी 2 ओवरों में जीत के लिए आवश्यक 21 रन नहीं बना पाए, जबकि उसके 4 विकेट सुरक्षित थे.
वहीं अगर दूसरे टी-20 मैच में देखा जाए तो भारतीय क्रिकेट टीम के टॉप ऑर्डर के बल्लेबाज जल्दी-जल्दी आउट हो गए तो मध्यक्रम और निछले बल्लेबाजों से रन बनाने की उम्मीद की जा रही थी, लेकिन भारतीय बल्लेबाज आशा अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर पाये और निचले क्रम के बल्लेबाज कुछ रन ही जोड़ सके. लेकिन इसके विपरीत अगर वेस्टइंडीज टीम को देखा जाए तो उनके बल्लेबाज 9 और 10 नंबर पर भी आकर अच्छी बल्लेबाजी का नजारा पेश किया और अपनी टीम को 1 ओवर पहले ही जीत दिला दी.
पहले लड़खड़ा चुकी टीम को कप्तान पॉवेल (21) और शिमरोम हेटमायर (22) ने महत्वपूर्ण योगदान दिया, लेकिन 16वें ओवर में सनसनीखेज तरीके से वेस्टइंडीज ने तीन विकेट खो दिए, तो टीम के लिए मुश्किल खड़ी होने लगी. सबसे पहले रोमारिओ शेफर्ड दूसरे रन के लिए दौड़कर रन आउट हो गए. इसके बाद जेसन होल्डर को ईशान किशन द्वारा चहल की गेंद पर स्टंप आउट किया गया और फिर भारतीय गेंदबाज चहल ने हेटमायर को एलबीडब्ल्यू आउट किया, जिससे वेस्टइंडीज का स्कोर 129/8 हो गया. इस तरह से 16वें ओवर में वेस्टइंडीज ने दो रन पर तीन विकेट खो दिए. फिर भी पुछल्ले बल्लेबाजों ने जीत के लिए आवश्यक 24 रन बना लिए.
ऐसे में अकील होसेन (नाबाद 16) और अल्जारी जोसेफ (नाबाद 10) ने नौवें विकेट के लिए 26 रन की साझेदारी करके टीम को जीत दिलाते हुए मैच को एक रोमांचक अंत तक ले गए. मेजबान टीम 18.5 ओवर में 155/8 पर पहुंच गई और पांच मैचों की सीरीज में 2-0 की बढ़त बना ली. 2016 के बाद यह पहली बार था, जब वेस्टइंडीज ने भारत को लगातार दो टी20आई मैचों में हराया है.
निचले क्रम की बल्लेबाजी दोनों टीमों में बड़ा अंतर कर रही है. भारत की बल्लेबाजी प्रभावी रूप से नंबर 7 पर समाप्त हुई, वेस्टइंडीज के नंबर 9 अकील होसेन और नंबर 10 अल्जारी जोसेफ ने कभी यह आभास नहीं होने दिया कि उनकी टीम किसी भी तरह की परेशानी में है, और एक ओवर और एक गेंद शेष रहते हुए काम खत्म कर दिया.