अहमदाबाद :भारत और न्यूजीलैंड के बीच 14 दिनों में 5 मैच खेले गए हैं, जिनमें में 4 भारत ने और एक मैच न्यूजीलैंड ने जीता है. टी-20 श्रृंखला 1-1 से बराबरी पर होने के कारण यह मैच से श्रृंखला का डिसाइडर मैच होने जा रहा है. अगर पिछले कुछ सालों का इतिहास देखा जाए तो अब तक यहां सीरीज जीतना मेहमान टीम के लिए काफी मुश्किल होता जा रहा है. भारत ने लगातार अपने गढ़ की रक्षा करते हुए जीत हासिल करने की कोशिश की है. पिछले 10 वर्षों में टीम इंडिया ने सभी प्रारूपों में कुल 55 द्विपक्षीय श्रृंखलाएं खेली हैं और उनमें से भारतीय टीम ने कुल 47 में जीत हासिल की है. केवल ऑस्ट्रेलिया ने 2019 में और दक्षिण अफ्रीका ने 2015 में भारत को भारत में हराने में सफलता पायी है.
6 में से 4 मैचों में मिली है जीत
न्यूजीलैंड के मिचेल सेंटनर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस बात पर जोर दिया कि अक्टूबर में एकदिवसीय विश्व कप के दौरान न्यूज़ीलैंड जिन परिस्थितियों का सामना करेगा, उनसे सीखने के अलावा, भारत में भारत को हराने वाली टीम के रूप में अभी भी इतिहास बनाने का उसके पास मौका है. वहीं हार्दिक पांड्या एक और श्रृंखला जीतकर अपनी कप्तानी के दावे को और मजबूत करने की कोशिश करेंगे. न्यूजीलैंड ने अब तक एक भी बार यहां पर टी20 इंटरनेशनल मैच नहीं खेला है. अच्छी बात ये भी है कि टीम इंडिया ने चाहे पहले बल्लेबाजी की हो या फिर पहले गेंदबाजी, हर हाल में भारतीय टीम ने जीत दर्ज की है. अहमदाबाद के इस नए स्टेडियम में अब तक कुल 6 टी20 मैच खेले गए हैं. इसमें से भारत ने 4 मैच जीते हैं, वहीं 2 में उसे हार का सामना करना पड़ा है.
ईशान किशन और सोढ़ी पर नजर
ईशान किशन ने दिसंबर में खेली गयी अपनी एक पारी में 210 रन बनाए थे. इसके बाद अगले आठ मैचों में कोई खास पारी नहीं खेल पाए. आठ मैचों दोहरे शतक के आधे से भी कम स्कोर किया है. एक विकेटकीपर के रूप में ईशान किशन को रोल दोगुना हो जाता है और शीर्ष ऑर्डर के बाएं हाथ के बल्लेबाज के लिए एक कठिन चुनौती है. हिटिंग विकल्प के रूप में शामिल किए गए ईशान अभी तक कोई दमदार पारी नहीं खेल पाए हैं. लेकिन टीम में जगह सुरक्षित करने के लिए उनसे बड़ी पारियों की उम्मीद है.
वहीं न्यूज़ीलैंड के गेंदबाजी आक्रमण में अनुशासन दिखता है. ईश सोढ़ी को टीम का वाइल्डकार्ड कहा जाता है. वह उस तरह के स्पिनर हैं जो एक ही स्थान पर छह गेंदों को स्ट्रिंग करने में असफल रहते हैं. शायद यही कारण है कि वह टेस्ट क्रिकेट में खुद को एडजस्ट नहीं कर पा रहे हैं. लेकिन सोढ़ी पिछले दो वर्षों में टी-20 मैचों में दूसरे सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज बनकर उभरे हैं.
चहल की जगह खेल सकते हैं मलिक
ऐसा माना जा रहा है कि अहमदाबाद की पिच वैसी नहीं होगी जैसी लखनऊ की थी. इसीलिए टीम वैसे प्रयोग नहीं करना चाहेगी. ऐसी स्थिति में भारत युजवेंद्र चहल के स्थान पर उमरान मलिक को वापस ला सकता है. वहीं न्यूजीलैंड की टीम चोट और अन्य परिस्थितियों को छोड़कर सामान्य हालात में टीम के साथ छेड़छाड़ नहीं करना चाहेगी.