होव: भारतीय महिला क्रिकेट टीम को अगर अनुभवी तेज गेंदबाज झूलन गोस्वामी को जीत के साथ विदाई देनी है तो उसे इंग्लैंड के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन करना होगा. खेल के सबसे छोटे प्रारूप में लचर प्रदर्शन करने वाली भारतीय टीम को रविवार से शुरू होने वाली एकदिवसीय सीरीज में खेल के हर विभाग में अच्छा प्रदर्शन करना होगा.
भारत के लिए टी20 सीरीज अच्छी नहीं रही जिसमें उसने विशेष रूप से बल्लेबाजी और क्षेत्ररक्षण में खराब प्रदर्शन किया. इंग्लैंड की चोटिल कप्तान हीथर नाइट सहित तीन खिलाड़ी इस सीरीज में नहीं खेल पाएंगे और ऐसे में भारत के पास इंग्लैंड को उसकी धरती पर हराने का अच्छा मौका होगा. भारत के मध्यक्रम की समस्या लंबे समय से बनी हुई है और इंग्लैंड के खिलाफ तीन टी20 मैचों में भी टीम प्रबंधन इसका समाधान नहीं ढूंढ पाया. डी हेमलता को मध्यक्रम में आजमाया गया लेकिन वह प्रभाव नहीं छोड़ पाई.
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जेमिमा रोड्रिग्स को भले ही टीम में लिया गया है लेकिन उनकी फिटनेस पर सवालिया निशान लगा हुआ है. वह चोटिल होने के कारण ‘द हंड्रेड’ प्रतियोगिता से हट गई थी. टी20 टीम से बाहर की गई यास्तिका भाटिया पर अच्छा प्रदर्शन करने का दबाव होगा. भारतीय बल्लेबाजी जहां स्मृति मंधाना और कप्तान हरमनप्रीत कौर पर निर्भर रहेगी वहीं सलामी बल्लेबाज शैफाली वर्मा को अपने प्रदर्शन में निरंतरता लानी होगी.
झूलन इस सीरीज के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह देंगी. वह इस सीरीज को यादगार बनाने की कोशिश करेगी लेकिन भारत के तेज गेंदबाजी विभाग की अन्य सदस्य प्रभावशाली प्रदर्शन करने में असफल रही हैं. हाल में रेणुका सिंह ने कुछ उम्मीद जगाई है लेकिन भारत अब भी स्पिनरों पर अधिक निर्भर है.