नई दिल्ली :दक्षिण अफ्रीका के पूर्व खिलाड़ी एलन डोनाल्ड (Allan Donald) अपने खेल के दिनों में सबसे खतरनाक तेज गेंदबाजों में से एक थे. उसके दो कारण थे. पहली स्पष्ट रूप से उनकी खतरनाक गति और दूसरी, वह कभी-कभार बल्लेबाजों को मुंह से जवाब देते थे. साल 1997 में डरबन में भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका एकदिवसीय मैच था जिसमें डोनाल्ड ने भारत के पूर्व कप्तान और वर्तमान मुख्य कोच राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) को अपशब्द कहे थे.
अब 25 साल बाद, डोनाल्ड जो वर्तमान में बांग्लादेश के गेंदबाजी कोच हैं, ने सार्वजनिक तौर पर द्रविड़ से माफी मांगी है और उन्हें रात के खाने के लिए भी आमंत्रित किया है. डोनाल्ड और द्रविड़ दोनों वर्तमान में क्रमशः बांग्लादेश और भारत के कोचिंग स्टाफ के रूप में चटगांव में हैं. दोनों देश टेस्ट सीरीज खेल रहे हैं. डोनाल्ड ने एक चैनल को दिए साक्षात्कार में कहा कि डरबन में उस एकदिवसीय मैच के दौरान द्रविड़ पर छींटाकशी करते हुए उन्होंने हद पार कर दी थी.
यह भी पढ़ें :पहला टेस्ट दूसरा दिन : टीम इंडिया का स्कोर 300 के पार, पुछल्ले बल्लेबाज आगे बढ़ा रहे पारी
एलन ने कहा कि डरबन में एक शर्मनाक वाक्या हुआ था, जिसके बारे में मैं बात नहीं करना चाहता. वह (राहुल द्रविड़) और सचिन हमें हर क्षेत्र में परेशान कर रहे थे. मैंने तब थोड़ी सी सीमा पार कर दी थी. लेकिन मेरे मन में राहुल के लिए बहुत सम्मान है. मैं राहुल के पास जाकर उससे फिर से उस दिन के लिए माफी मांगना चाहूंगा. मुझे उसका विकेट निकालने के लिए कुछ अजीब करना था, बावजूद इसके मैं माफी मांगता हूं.
मजेदार यह है कि उसी चैनल के एक अलग साक्षात्कार में डोनाल्ड की इन बातों को द्रविड़ को सुनाया गया और उनसे डिनर की बात पूछी गई. उन्हें डोनाल्ड के निमंत्रण का जवाब देने के लिए कहा गया और महान भारतीय क्रिकेटर ने शानदार प्रतिक्रिया दी. द्रविड़ ने हंसते हुए कहा, बिल्कुल, मैं इसके लिए तैयार हूं. खासकर अगर वह भुगतान कर रहे हैं.
विराट जानते हैं, कब आक्रामक होना है और कब खेल पर दबदबा बनाना है - द्रविड़
मुख्य कोच राहुल द्रविड़ का कहना है कि खेल की इतनी बेहतरीन समझ रखने वाले विराट कोहली आसानी से मैच के दौरान जान सकते हैं कि कब आक्रामक होना है और कब खेल पर नियंत्रण करना है. द्रविड़ ने बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट बोर्ड) द्वारा अपनी वेबसाइट पर एक वीडियो विज्ञप्ति में कहा, वह (विराट) जानता है कि कब आक्रामक होना है और कब खेल पर नियंत्रण करना है, उन्हें देखना शानदार है और अगर वह पारी को बढ़ा सकते हैं तो यह हमारे लिए अच्छा संकेत है.
उन्होंने कहा, विराट का 50 ओवर के क्रिकेट में शानदार रिकॉर्ड है, उन्होंने जितने मैच खेले हैं, वह अद्भुत है. द्रविड़ ने कहा कि भले ही कोहली फॉर्म में हो या नहीं, ट्रेनिंग में उनका जज्बा जरा भी कम नहीं होता और टीम के युवा इससे सीख ले सकते हैं.