नई दिल्ली :ऑस्ट्रेलिया के वामहस्त बल्लेबाज ट्रेविस हेड एक मार्च से इंदौर में शुरू होने वाले तीसरे टेस्ट में भारतीय स्पिनरों के खिलाफ आक्रामक रवैया बनाए रखने का फैसला किया है. ऑस्ट्रेलिया को दूसरे टेस्ट तीन के दिन के अंदर हार का सामना करना पड़ा था और टीम रविवार को मैच खत्म होने के बाद यही रुकी रही. कोहनी में फ्रैक्चर के कारण सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर स्वदेश लौट गए हैं ऐसे में एक मार्च से इंदौर में शुरू होने वाले तीसरे टेस्ट में उस्मान ख्वाजा के साथ हेड पारी का आगाज करेंगे. वह नागपुर में खेले गए सीरीज के पहले टेस्ट में टीम का हिस्सा नहीं थे. नागपुर मे अंतिम एकादश में जगह नहीं मिलने के बारे में पूछे जाने पर हेड ने कहा, यह कुछ ऐसा था जिसकी यहां आने के बाद मुझे उम्मीद नहीं थी.
उन्होंने कहा, इसको लेकर काफी चर्चा हुई. इस पर सबके अलग-अलग मत हैं. मैं कोचिंग स्टाफ और चयनकर्ताओं का सम्मान करता हूं. मेरा उनके साथ काफी मजबूत रिश्ता है. उन्होंने कहा, मैच शुरू होने के अगले दिन मैंने खुद से कहा कि मैं अब भी दौरे पर हूं और ऑस्ट्रेलिया के लिए खेल रहा हूं. मैं अब भी वहीं कर रहा हूं जो मुझे पसंद है. मैं प्रतिस्पर्धा करना और खेलना पसंद करता हूं. लेकिन एक और तरीका है जिससे मैं खिलाड़ियों का समर्थन कर सकता हूं और अपने मौके की बेहतर तैयारी कर सकता हूं. मुझे अब भी लगता है कि मैं एक बेहतरीन जगह पर हूं. यह सिर्फ एक सप्ताह था जो मेरे मुताबिक नहीं रहा.
टेस्ट मैच में पहली बार पारी का आगाज करते हुए हेड ने आक्रामक बल्लेबाजी की और मैच के दूसरे दिन भारतीय स्पिनरों को दबाव में ला दिया. तीसरे दिन का खेल शुरू होने के बाद पहली ही गेंद पर उनके आउट होने के बाद भारत ने मैच पर शिकंजा कस दिया. ऑस्ट्रेलिया ने 52 रन के अंदर नौ विकेट गंवा दिए. हेड ने कहा कि कोटला में दूसरी पारी में 43 रन बनाकर उनका काफी आत्मविश्वास बढ़ा है. उन्होंने कहा, वे बेहद कुशल गेंदबाज हैं, लेकिन जिस तरह से मैं कदमों का इस्तेमाल कर आगे और पीछे जा रहा था उससे मैं वास्तव में खुश था. यह एक छोटी सी झलक थी लेकिन कई बार छोटे नमूने काफी हौसला बढ़ाने वाले होते है.