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वर्ल्ड कप 2023 में अजेय है भारत, जानिए कैसा रहा है टीम इंडिया का फाइनल तक का सफर - आईसीसी वर्ल्ड कप 2023

Team India Road to World Cup Final : टीम इंडिया ने बुधवार को वानखेड़े में न्यूजीलैंड को हराकर क्रिकेट विश्व कप 2023 के फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली. मार्की टूर्नामेंट में उनका अजेय क्रम लीग मैचों के बाद भी जारी रहा और उन्होंने महत्वपूर्ण गेम में न्यूजीलैंड को हराया. यहां मीनाक्षी राव क्रिकेट वर्ल्ड कप में मेन इन ब्लू के सनसनीखेज प्रदर्शन को समझा रही हैं.

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टीम इंडिया

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Nov 16, 2023, 11:44 AM IST

मुंबई : भारत विश्व कप फाइनल में है. भारत का यहां तक का सफर बेहद ही शानदार रहा है. सभी खिलाड़ियों ने कमाल का प्रदर्शन किया और अपनी भूमिकाओं को बखूबी निभाया है. टीम का नेतृत्व एक निडर और निस्वार्थ कप्तान ने किया है. खास तौर पर भारत के गेंदबाजी विभाग ने तो अभूतपूर्व खेल दिखाया है. सही मायने में इस टीम ने क्लास दिखाई है और पूरे टूर्नामेंट में सर्व गुण संपन्न नजर आई है.

सेमीफाइनल में भारतीय बल्लेबाजों ने उस टीम के खिलाफ दबदबा दिखाया, जिसने उन्हें विश्व कप का दिल दहला देने वाला इतिहास दिया, यह काफी शानदार है. देश भर के 9 शहरों में अलग-अलग मैच के दौरान भारत ने शर्मा और मुख्य कोच राहुल द्रविड़ के नेतृत्व में टीम थिंक टैंक द्वारा बनाई गई रणनीति के साथ टूर्नामेंट में हर प्रतिद्वंद्वी को परास्त किया.

छिपा हुआ एकमात्र वरदान जिसे सुलझाया नहीं गया था और योजना नहीं बनाई गई थी, वह हार्दिक पांड्या की चोट थी, जिसने महान मोहम्मद शमी और उनकी घातक गेंदबाजी शैली को सामने लाया, जिसने भारतीय अभियान को सहायता और बढ़ावा दिया.

सभी 11 खिलाड़ियों ने अपनी-अपनी भूमिकाओं को बखूबी कप्तान शो के एक उग्र लेकिन निस्वार्थ स्टार्टर के रूप में उभरे, उन्होंने बार-बार अपने निडर बैट से कैमियो दिखाए, व्यक्तिगत रिकॉर्ड बनाने की जहमत नहीं उठाई लेकिन फिर भी उनमें से कुछ को तोड़ दिया. कोहली की लोककथाओं को किसी परिचय की आवश्यकता नहीं होनी चाहिए, लेकिन मिस्टर 50 के रूप में सदी के शिखर पर पहुंचने से ज्यादा, उनकी कहानी दृढ़ता और दृढ़ता को दूसरे स्तर पर ले जाने के बारे में है.

आठ बार 50+ रन, 3 शतक, टीम को किसी भी संभावित गिरावट से बचाना, विश्व कप में 711 रन बनाकर सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी के रूप में उभरना, कोहली की कहानी अभी खत्म नहीं हुई है. और, श्रेयस अय्यर की शुरुआत हो रही है. शॉर्ट बॉल की कमज़ोरियों, टूर्नामेंट के शुरुआती चरणों में छोटे स्कोर की तमाम चर्चाओं के बीच, अपने पहले विश्व कप में दो शतक और महत्वपूर्ण सेमीफाइनल में एक शतक लगाने वाले युवा खिलाड़ी की निगाहें इस विश्व कप और उसके बाद भी उन पर हैं.

इसके बाद शुभमन गिल हैं, जिन्होंने डेंगू से पीड़ित होने के बाद खुद को टीम में शामिल कर लिया, लेकिन उन्होंने अपने कप्तान के लिए सर्वश्रेष्ठ सहायक की भूमिका निभाई और जरूरत पड़ने पर ही आक्रामकता में उतरे.

केएल राहुल, लगभग छह महीने की निराशाजनक और कठिन चोट से उबरने के बाद अपनी वापसी से बेहतर कुछ नहीं कर सकते. विकेट के पीछे उनकी उपस्थिति उनकी बल्लेबाजी जितनी ही सम्मानित थी, हालांकि कई बार उनके योगदान को कोहली के प्रदर्शन ने ग्रहण लगा दिया.

टीम के सबसे अंडररेटेड खिलाड़ी रवींद्र जड़ेजा हैं, जो गेंद और बल्ले से अपना काम तेजी से करते हैं और जब उनके साथी कुलदीप यादव को मदद की जरूरत होती है, तब परिणाम देते हैं. उन्होंने अंत के ओवरों में कुछ महत्वपूर्ण रन बनाए जिनकी टीम को दुर्लभ परिस्थितियों में जरूरत थी और उभरती साझेदारियों को तोड़ने के लिए विकेट भी लिए.

यदि टूर्नामेंट में अनसंग हीरो पुरस्कार मिला तो जडेजा इसके लिए दावेदार हो सकते हैं. सुनहरे बालों और कलाई वाले चाइनामैन कुलदीप यादव की बात करें तो वह बाएं हाथ के कलाई वाले अद्भुत लड़के के रूप में उभरे, जिन्होंने दुनिया के स्पिनरों को बड़े दिल और सम्मानित निडरता के साथ गेंदबाजी करना सिखाया. उन्होंने जरूरत के समय टीम को विकेट दिलाए.

तेज गेंदबाजी इकाई की बात करें तो जसप्रीत बुमराह-मोहम्मद शमी और मोहम्मद सिराज की तिकड़ी अपने स्वयं के ब्रांड डिलीवरी के साथ पैक में शिकार कर रही है - बुमराह, सटीक गेंदबाजी करते हुए भारत को शुरुआती विकेट दिला रहे हैं. इस यॉर्कर विशेषज्ञ ने डेथ ओवरों में अपनी काबिलियत का लोहा मनवाया है. सिराज ने अच्छी लाइन-लेंथ और अपनी ऑफ-स्टंप स्विंगिंग गेंदबाजी के दम पर दिग्गज बल्लेबाजों को झुकने पर मजबूर किया है.

और शमी, ने तो अपनी सटीक गेंदबाजी से बल्लेबाजों को नाकों चने चबवाए हैं. जब-जब शमी अपना ओवर लेकर आते हैं, लगता है हर गेंद पर विकेट लेंगे. क्योंकि पांड्या के चोटिल होने के बाद जिस लय में उन्होंने गेंदबाजी की है वह वाकई काबिले-तारीफ है. शमी भारत के लिए हर एक मैच में तुरुप का इक्का साबित हुए हैं. जिन्होंने अहम मौकों पर विकेट लेकर भारत की वर्ल्ड कप 2023 में सफलता में अहम भूमिका निभाई है.

वैसे भूमिका निभाना टीम की रणनीति का हिस्सा है. प्रक्रियाओं का पालन किया गया. सौंपी गई भूमिकाओं का खिलाड़ियों ने पूर्णता से पालन किया. शुरू से ही, कप्तान और मुख्य कोच ने बताया कि कैसे प्रत्येक व्यक्ति को अलग-अलग कार्य सौंपे गए थे और उन्हें कितनी अच्छी तरह से पूरा किया गया था.

यह एक अच्छी तरह से तैयार की गई, तराशी गई रणनीति है जिसने टीम के लिए काम किया है, जिसमें गैर-क्रिकेट क्षणों को जीवंत बनाने के लिए आवश्यक मौज-मस्ती भी शामिल है. पैराग्लाइडिंग, फैशन शो में सामान्य फुटबॉल ब्रेक, होटल में हलचल, बेस्ट फील्डर मेडल और जन्मदिन की पार्टियों की योजना उत्कृष्टता, प्रतिबद्धता और दृढ़ संकल्प की भावना को बनाए रखने के लिए बनाई गई थी, जो मैन इन ब्लू की पहचान बन गए हैं.

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