माउंट मोनगानुई:पिछले कुछ समय से बल्लेबाजी में अच्छा प्रदर्शन कर रही भारतीय महिला टीम गेंदबाजों से भी बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद रखकर रविवार को अपने चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ बड़ी जीत दर्ज करके आईसीसी महिला वनडे विश्व कप में अपने अभियान की शानदार शुरुआत करना चाहेगी. भारत साल 2005 और 2017 में उप विजेता रहा. इस बार वह खिताब से कम कुछ नहीं चाहता है. विशेषकर तब, जबकि उसकी दो स्टार खिलाड़ी कप्तान मिताली राज और तेज गेंदबाज झूलन गोस्वामी अपना आखिरी विश्व कप खेल रही हैं.
भारतीय टीम एक महीने पहले ही न्यूजीलैंड पहुंच गई थी और यहां की परिस्थितियों से अच्छी तरह वाकिफ है. भारतीय बल्लेबाजों ने हालांकि हाल में अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन गेंदबाज अपेक्षानुसार खेल नहीं दिखा पाए. भारतीय बल्लेबाजों ने दो अभ्यास मैचों सहित पिछले सात में पांच मैचों में 250 से अधिक स्कोर बनाया, जो कि टीम के लिए अच्छा संकेत है. लेकिन गेंदबाज नहीं चल पाए, जिससे भारत को न्यूजीलैंड से सीरीज 1-4 से गंवानी पड़ी. वह दो मैचों में 270 रन से अधिक के स्कोर का बचाव नहीं कर पाया. पांचवें मैच में हालांकि उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया, जिससे भारत यह मैच जीतने में सफल रहा. मिताली को उम्मीद है कि उनकी टीम बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों विभाग में अच्छा प्रदर्शन करेगी.
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मिताली ने कहा, पिछले मैचों से हम आत्मविश्वाास हासिल कर सकते हैं. परिस्थितियों के अनुसार खेलना महत्वपूर्ण है. तेज गेंदबाजी विभाग की अगुवाई विश्वसनीय झूलन करेगी, जिन्होंने हमेशा की तरह विकेट निकालने के अपने कौशल का अच्छा नमूना पेश किया है. लेकिन मेघना सिंह, पूजा वस्त्राकर और रेणुका सिंह को और बेहतर खेल दिखाने की जरूरत है. स्पिनर दीप्ति शर्मा द्विपक्षीय सीरीज में सर्वाधिक विकेट लेने वाली गेंदबाज थीं, जबकि राजेश्वरी गायकवाड़ ने अभ्यास खेलों में अच्छा प्रदर्शन किया. लेकिन उनके प्रदर्शन में निरंतरता महत्वपूर्ण होगी.
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हरमनप्रीत कौर की सही समय पर फॉर्म में वापसी भारत के लिए सकारात्मक संकेत है. लेकिन सलामी बल्लेबाज शेफाली वर्मा पर दबाव होगा, क्योंकि वह रन बनाने के लिए जूझ रही हैं. भारत को उनसे और स्मृति मंधाना से अच्छी शुरुआत की दरकार रहेगी. मिताली पर पारी संवारने का जिम्मा होगा, जबकि टीम को उम्मीद होगी कि ऋचा घोष अपनी अच्छी फॉर्म बरकरार रखेगी.