बर्मिंघम:इंग्लैंड के खिलाफ एजबेस्टन में ऋषभ पंत का धमाका देखने को मिला है. पंत ने इंग्लैंड के गेंदबाजों की जमकर खबर लेते हुए शानदार शतक जड़ दिया. पंत ने शतक बनाने के लिए महज 89 गेंदें ली और 15 चौका और एक छक्का लगाया. पंत के टेस्ट करियर का यह पांचवां शतक रहा.
वहीं, ऋषभ पंत की यह पारी भारतीय टीम के लिए काफी महत्वपूर्ण रही. क्योंकि एक समय भारतीय टीम 98 रनों पर पांच विकेट खो चुकी थी और उसका 150 रन बनाना भी मुश्किल लग रहा था. ऐसे में पंत और जडेजा ने छठे विकेट के लिए शतकीय साझेदारी कर भारतीय पारी को संभाल लिया. पंत का साल 2022 में यह दूसरा शतक है. इससे पहले साउथ अफ्रीका के खिलाफ जनवरी में आयोजित केपटाउन टेस्ट में भी पंत ने शानदार शतक जड़ा था. पंत अब एक कैलेंडर ईयर में दो शतक लगाने वाले चौथे भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज बन गए हैं.
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भारतीय टीम के युवा विकेटकीपर ने 28वें ओवर में सीनियर तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन को चौका जड़कर हाथ खोला तो 37वें ओवर में जैक लीच को 4, 4 और 6 लगातार 3 गेंदों में 3 बाउंड्री लगाया. पंत ने 43वें ओवर में जैक लीच को चौका जड़ते हुए 51 गेंदों में हाफ सेंचुरी पूरी की. चायकाल के बाद मैटी पोट्स को एक ओवर में 2 चौके ठोके.
पंत ने जिमी एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड ही नहीं, पोट्स और जैक लीच की जमकर खबर ली. 51वें ओवर की पहली गेंद पर चौका जड़ते हुए उन्होंने 2000 टेस्ट रन पूरा करते हुए यहां तक सबसे तेज पहुंचने वाले भारतीय विकेटकीपर बनने की उपलब्धि हासिल की तो देखते ही देखते सेंचुरी के करीब पहुंच गए. उन्होंने 57वें ओवर में दो चौके जड़े, जबकि अगले ही ओवर में उन्होंने ब्रॉड को दो रन लेकर 89 गेंदों में सेंचुरी पूरी की. यह उनके टेस्ट करियर की 5वीं सेंचुरी है.
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इस तरह वह पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के 6 शतकों के रिकॉर्ड के और भी करीब पहुंच गए हैं. उनका यह शतक इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यहां भारतीय टीम बड़े-बड़े विकेट सस्ते में गंवाकर संघर्ष कर रही थी. वहीं, पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने भी ट्वीट कर ऋषभ पंत को बधाई दी है.
2 शतक लगाने वाले भारतीय विकेटकीपर
- साल 1964 में बुधी कुंदरन
- साल 2009 में एमएस धोनी
- साल 2017 में ऋद्धिमान साहा
- साल 2022 में ऋषभ पंत
इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने टॉस जीतकर गेंदबाजी का फैसला किया. उनके सबसे कामयाब तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन ने वर्षाबाधित सुबह के सत्र में दबाव बनाया, जिससे मेहमान टीम ने लंच तक दो विकेट 53 रन पर गंवा दिए. बारिश के कारण लंच ब्रेक 20 मिनट पहले ही लेना पड़ा. एंडरसन ने सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल (24 गेंद में 17 रन) और चेतेश्वर पुजारा (46 गेंद में 13 रन) को दूसरी स्लिप में जाक क्रॉली के हाथों लपकवाकर इंग्लैंड को सफलता दिलाई. क्रॉली अगर मैथ्यू पॉट्स की गेंद पर विहारी का कैच लपक लेते तो भारत के तीन विकेट हो गए होते.
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सीरीज का आखिरी मैच खेलने लौटी भारतीय टीम ने इससे पहले महज एक चार दिवसीय अभ्यास मैच खेला है. दूसरी ओर इंग्लैंड ने विश्व टेस्ट चैम्पियन न्यूजीलैंड के खिलाफ क्लीन स्वीप किया है. इंग्लैंड के हालात का सामना करना भारतीय सलामी बल्लेबाजों के लिए कठिन चुनौती थी. एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड ने उन्हें खुलकर खेलने ही नहीं दिया. गिल ने एंडरसन को मिड विकेट पर चौका लगाकर शुरुआत की.
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इसके बाद स्ट्रेट ड्राइव भी लगाया, लेकिन एक खराब शॉट खेलकर अपना विकेट गंवा बैठे. आफ स्टम्प से बाहर जाती एंडरसन की गेंद पर उन्होंने बल्ला अड़ाया और दूसरी स्लिप में कैच आउट हो गए. पांच ओवर बाद एंडरसन ने पुजारा को उनके कैरियर में 12वीं बार आउट किया. काउंटी क्रिकेट में रन बनाकर भारतीय टीम में लौटे पुजारा भी आफ स्टम्प पर पड़ती गेंद का शिकार हुए.