नई दिल्ली : 50 ओवर के विश्व कप का वर्ष होने के कारण भारत ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन वनडे मैचों की सीरीज के साथ इस मेगा इवेंट की अपनी तैयारियों को तेजी देगा जिसका पहला मैच शुक्रवार को यहां वानखेड़े स्टेडियम में खेला जाएगा. सीरीज का दूसरा और तीसरा मैच क्रमश: 19 मार्च को विशाखापत्तनम और 22 मार्च को चेन्नई में खेला जाएगा. भारत के लिए 50 ओवर क्रिकेट के लिहाज से यह काफी व्यस्त साल होगा.
मैन इन ब्ल्यू वर्ष के पहले महीने में ही छह वनडे खेल चुके हैं और विश्व कप के लिए उनकी तैयारियों का दूसरा चरण ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज से शुरू होगा, जिसके बाद वेस्ट इंडीज में तीन मैचों की सीरीज होगी, पाकिस्तान या यूएई में एशिया कप होगा. सितम्बर 2023 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन वनडे होंगे. विश्व कप अक्टूबर-नवम्बर में खेला जाएगा. इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) अप्रैल और मई में खेली जानी है जिससे भारत के सफेद बॉल विशेषज्ञों को दम मारने की फुर्सत भी नहीं मिलेगी.
जनवरी में भारत ने श्रीलंका को 3-0 से क्लीन स्वीप किया था जिसके बाद न्यूजीलैंड को भी 3-0 से क्लीन स्वीप किया था. भारत ने हैदराबाद में 12 रन, रायपुर में आठ विकेट और इंदौर में 90 रन से जीत हासिल की थी. भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक और क्लीन स्वीप की उम्मीद करेगी लेकिन पिछली दो क्लीन स्वीप के मुकाबले यह आसान नहीं होगा. भारत ने इससे पहले ऑस्ट्रेलिया से गावस्कर-बॉर्डर ट्रॉफी 2-1 से जीती थी. पहले दो टेस्ट हारने के बाद ऑस्ट्रेलिया ने इंदौर में तीसरा टेस्ट जीता था.
टेस्ट सीरीज के मध्य में ऑस्ट्रेलिया के नियमित कप्तान और प्रमुख तेज गेंदबाज पैट कमिंस अपनी मां के निधन के कारण स्वदेश चले गए थे. कमिंस की जगह स्टीव स्मिथ ने तीसरे और चौथे टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया की कप्तानी की थी। ऑस्ट्रेलिया का मनोबल उसके सफेद गेंद विशेषज्ञों ग्लेन मैक्सवेल, मिचेल मार्श, सीन एबोट, मार्कस स्टॉयनिस, एडम जम्पा, जोश इंग्लिस और एश्टन एगर के आने से मजबूत हुआ है. ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज के मुकाबले वनडे सीरीज में कड़ी चुनौती पेश करेगा.