नई दिल्ली : बंगाल क्रिकेट संघ (सीएबी) ने काली पूजा के दिन 12 नवंबर को पाकिस्तान और इंग्लैंड के बीच विश्व कप मैच के संबंध में स्थानीय सुरक्षा एजेंसियों द्वारा उठाई गई चिंताओं के बारे में आईसीसी (अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद) की रेकी टीम को अवगत कराया.
शनिवार को ईडन गार्डन्स पहुंची इस रेकी टीम में आईसीसी के छह और बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट बोर्ड) के 11 अधिकारी शामिल थे. बीसीसीआई और आईसीसी को इस मैच के तारीख में बदलाव करना पड़ा, तो यह पाकिस्तान के कार्यक्रम में तीसरा बदलाव होगा. इससे पहले भारत बनाम पाकिस्तान मैच (अहमदाबाद में 15 के बजाय 14 अक्टूबर) और श्रीलंका बनाम पाकिस्तान मैच (अब हैदराबाद में 12 अक्टूबर के बजाय 10 अक्टूबर) के कार्यक्रम में बदलाव किया गया था.
अहमदाबाद पुलिस ने बीसीसीआई से कहा था कि 15 अक्टूबर को सुरक्षा का ध्यान रखना मुश्किल होगा, जो कि हिंदू त्योहार नवरात्रि का पहला दिन है. आईसीसी और बीसीसीआई ने 27 जून को एक भव्य समारोह में कार्यक्रम जारी किया था लेकिन संशोधित कार्यक्रम अभी तक प्रकाशित नहीं हुआ है.
काली पूजा पश्चिम बंगाल में दूसरा सबसे बड़ा त्योहार है, और हजारों स्थानीय क्लब इस उत्सव का आयोजन करते हैं, जिसमें शहर भर में कानून और व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस तैनाती की आवश्यकता होती है. सीएबी अध्यक्ष स्नेहाशीष गांगुली ने कार्यक्रम में बदलाव के लिए किसी भी 'आधिकारिक अनुरोध' से इनकार किया लेकिन बोर्ड के एक अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर बताया कि कोलकाता पुलिस पहले ही इस मुद्दे को उठा चुकी है.
बीसीसीआई और आईसीसी की 17 सदस्यीय रेकी टीम में शामिल रहे सीएबी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा, 'कोलकाता पुलिस ने दिवाली पर होने वाले मैच के लिए सुरक्षा प्रदान करने के लिए चिंताओं का हवाला दिया है. हमने आईसीसी और बीसीसीआई को इसे पुनर्निर्धारित करने के लिए सूचित किया है और अगर ऐसा नहीं होता है तो हम मुख्यमंत्री को इसकी सूचना देंगे. ऐसे में यह देखना होगा कि क्या आईसीसी कार्यक्रम में एक और बदलाव के लिए सहमत होती है या नहीं.