आईसीसी का नया नियम, 60 सेकंड के अंदर अगर ऐसा नहीं हुआ तो दूसरी टीम को मिलेंगे 5 रन
क्रिकेट में अनुशासन का महत्वपूर्ण योगदान होता है. क्रिकेट अपने अनुशासन के कारण ही आज लोगों के दिलों पर राज कर रहा है. अब आईसीसी क्रिकेट टीमों को अनुशासित करने के लिए नया नियम लेकर आई है. जानिए क्या है ये नियम
नई दिल्ली :विश्व कप 2023 के समापन के बाद अब आईसीसी नियमों में बदलाव होने जा रहा है. आईसीसी स्लो गति से ओवर कराने की समस्या से निपटने के लिए स्टोप क्लॉक को स्ठापित करने जा रहा है. आईसीसी ने मैच में ज्यादा टाइम लगने वाली समस्या का नया हल निकाला है. आईसीसी ने टी-20 और वनडे क्रिकेट में स्टॉप घड़ी शुरू करने पर सहमति व्यक्त की है. इस घड़ी का उपयोग ओवरों के बीच लगने वाले समय को कम करने के लिए किया जाएगा.
खेल की संचालन संस्था आईसीसी ने 21 नवंबर को कहा कि अगर गेंदबाज एक पारी में अगला ओवर फेंकने की 60 सेकंड की सीमा को तीन बार पार कर जाता है, तो पुरुषों की वनडे और टी-20 में गेंदबाजी करने वाली टीमों पर पांच रन का जुर्माना लगाया जाएगा. शुरुआत में इसका प्रयोग परीक्षण के तौर पर किया जाएगा. यह फैसला यहां अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) बोर्ड की बैठक में लिया गया.
यह फैसला आईसीसी ने मैच के दौरान लगने वाले ज्यादा समय के लिए लिया है. टीम के कप्तान एक ओवर के बाद दूसका ओवर फेंकने में टाइम लगा देते हैं जिससे एक पारी अपने निर्धारित समय में पूरी नहीं हो पाती है. यह टाइम ज्यादा न हो इसके लिए आईसीसी स्टॉप क्लॉक लगाने की घोषणा की है. यह क्लॉक ओवर पूरा होने के बाद उल्टी गिनती शुरू कर देगा, और यह उल्टी गिनती 60 सेकंड तक चलेगी. इस बीच गेंदबाजी टीम के कप्तान को दूसरा ओवर शुरू करवाना होगा.
यह नियम पुरुषों के वनडे और टी-20 तक ही सीमित रहेगा, और इस दिसंबर और अप्रैल 2024 के बीच छह महीने के लिए 'परीक्षण के आधार' पर परीक्षण किया जाएगा. बता दें कि इससे पहले 2022 में धीमी ओवर गति से निपटने के लिए ICC ने पुरुष और महिला दोनों क्रिकेट में वनडे और T20I में मैच के दौरान जुर्माने का ऐलान किया था. वर्तमान में, खेल की स्थितियों के अनुसार, यदि फील्डिंग टीम निर्धारित समय तक ओवर नहीं करा पाती तो, उन्हें जुर्माने के तौर पर 30-यार्ड सर्कल में एक अतिरिक्त फील्डर को शामिल करना होता है.
साथ ही, आईसीसी ने महिला मैच अधिकारियों के लिए भी घोषणा की है. शीर्ष समिति ने जनवरी 2024 से पुरुष और महिला क्रिकेट में आईसीसी अंपायरों के लिए मैच का वेतन भी बराबर कर दिया है.