दुबई:गेंद को चमकाने के लिए लार (Saliva) के इस्तेमाल पर लगे प्रतिबंध को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने स्थायी करते हुए खेल के नियमों में कुछ और बदलाव किए है. ये बदलाव एक अक्टूबर से प्रभावी होंगे. क्रिकेट में अब मांकड़ आउट नहीं बल्कि इस तरह से किए गए आउट को रन आउट की श्रेणी में गिना जाएगा.
भारत के पूर्व कप्तान और भारतीय क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष सौरव गांगुली की अगुवाई वाली आईसीसी क्रिकेट समिति ने इन बदलावों की सिफारिश की थी जिसकी घोषणा इसकी मुख्य कार्यकारी समिति (CEC) ने की. आईसीसी ने कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर गेंद को चमकाने के लिए लार के उपयोग पर अस्थायी रोक लगा दी थी. क्रिकेट के नियमों के संरक्षक, मैरीलेबोन क्रिकेट क्लब (MCC) ने मार्च में 2022 अपने नियमों में संशोधन कर के इस पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया था.
आईसीसी से जारी बयान के मुताबिक, कोविड से संबंधित अस्थायी उपाय के रूप में यह प्रतिबंध अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में दो साल से अधिक समय से लागू है. अब इस प्रतिबंध को स्थायी करना उचित समझा गया है. क्रीज पर नए बल्लेबाज की स्थिति में आईसीसी ने कहा, जब कोई बल्लेबाज आउट हो जाता है, तो नया बल्लेबाज उसी छोर पर रहेगा जहां आउट होने वाले बल्लेबाज को अगली गेंद पर रहना था.
खेल के शासी निकाय ने कहा, टेस्ट और एकदिवसीय मैचों में अब नये बल्लेबाज का दो मिनट के अंदर स्ट्राइक लेने के लिए तैयार रहना जरूरी होगा. टी20 में 90 मिनट की मौजूदा समय सीमा पहले की तरह जारी रहेगी. खेल के दौरान नॉन-स्ट्राइकर को रन आउट करना पहले अनुचित माना जाता था और इस तरह की हरकत पर कई बार काफी बहस भी हुई. भारतीय ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन जैसे कई खिलाड़ियों ने इसका समर्थन किया. ऐसे मामले में अब बल्लेबाज को रन आउट माना जाएगा.