हैदराबाद : 5 अक्टूबर से 13वां क्रिकेट विश्व कप शुरू होने वाला है. डेढ़ महीने तक भारत के 10 स्टेडियम्स में दुनिया की 10 बेहतरीन क्रिकेट टीमें आपस में भिड़ेंगी और 19 नवंबर को दुनिया को क्रिकेट का नया वर्ल्ड चैंपियन मिलेगा. आईसीसी की ओर से हर चार साल में करवाए जाने वाले वनडे क्रिकेट विश्वकप से जुड़ी कई रोमांचक बातें हैं. इन्हीं में से एक है मेजबान का विश्वकप जीतना. क्रिकेट वर्ल्ड कप के इतिहास पर नजर डालें तो किसी मेजबान देश को विश्व विजेता बनने में 21 साल लग गए जबकि अपने होम ग्राउंड पर जीतने वाला मेजबान उसके भी 15 साल बाद मिला. यानी किसी टीम को अपने घर में वर्ल्ड कप ट्रॉफी उठाने का मौका 36 साल के बाद मिला. आगे आपको बताएंगे कि कौन सी टीम ने मेजबान होने के नाते पहली बार वर्ल्ड कप की ट्रॉफी उठाई और अब तक कितनी बार और कब-कब ऐसा हुआ है.
क्रिकेट के मैदान पर पहली बार टेस्ट क्रिकेट साल 1877 में खेला गया और वनडे क्रिकेट करीब 100 साल बाद 1971 में शुरू हुआ. दिलचस्प बात ये है कि दोनों फॉर्मेट का पहला मैच इंग्लैड और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला गया और दोनों में मैच में दुनिया को क्रिकेट की सौगात देने वाला इंग्लैंड हार गया. वनडे क्रिकेट की शुरुआत होने के करीब 4 साल बाद वनडे क्रिकेट विश्वकप की रवायत शुरू हुई. जो आजतक चली आ रही है. दिलचस्प बात ये है कि इस बार 13वां विश्वकप खेला जाना है और वर्ल्ड कप में 6 से लेकर 16 टीमें भी खेल चुकी है लेकिन ये ट्रॉफी सिर्फ 6 देश ही अपने नाम कर पाए हैं.
1975 विश्व कप- पहले क्रिकेट विश्वकप की मेजबानी इंग्लैंड ने की थी. दुनिया की 8 टीमों ने इसमें हिस्सा लिया था. लॉर्ड्स में खेले गए पहले क्रिकेट विश्वकप फाइनल में वेस्टइंडीज और ऑस्ट्रेलिया की टक्कर हुई. जिसमें क्लाइव लॉयड की अगुवाई वाली वेस्टइंडीज की टीम पहले क्रिकेट वर्ल्ड कप की चैंपियन बनी.
1979 विश्व कप- एक बार फिर मेजबानी इंग्लैंड को मिली और मेजबान इंग्लैंड ने फाइनल में जगह भी बनाई लेकिन क्लाइव लॉयड की टीम लगातार दूसरी बार विश्व विजेता बनी और मेजबान देश का वर्ल्ड चैंपियन बनने का मौका इंग्लैंड के हाथ से निकल गया. लॉर्ड्स के ग्राउंड पर एक बार फिर वेस्टइंडीज की टीम चैंपियन बनी.
1983 वर्ल्ड कप- इंग्लैंड को लगातार तीसरी बार मेजबानी की और फाइनल में लगातार तीसरी बार वेस्टइंडीज की टीम पहुंची. इस वर्ल्ड कप से पहले क्रिकेट की दुनिया में चर्चा थी कि शायद वेस्टइंडीज की टीम तीसरी बार वर्ल्ड कप जीत लेगी और बीते एक दशक में क्लाइव लॉयड की इस टीम का रिकॉर्ड भी इसकी गवाही देते थे. लेकिन कपिल देव की अगुवाई में भारतीय टीम ने ऐसी इबारत लिखी कि अंग्रेजों की जमीन पर वेस्टइंडीज का लगातार तीन बार वर्ल्डकप जीतने का सपना तोड़ दिया. इस पूरे वर्ल्ड कप में भारतीय टीम अंडर डॉग मानी जा रही थी लेकिन चैंपियन बनकर सामने आई.
1987 वर्ल्ड कप- वनडे क्रिकेट का महाकुंभ पहली बार इंग्लैंड से बाहर निकला और भारत, पाकिस्तान ने मिलकर इस वर्ल्डकप की मेजबानी की. इस बार दुनिया को ऑस्ट्रेलिया के रूप में नया विश्व विजेता मिला. एलन बॉर्डर की कप्तानी में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने कोलकाता के ईडन गार्ड्न्स में खेले गए फाइनल मैच में इंग्लैंड को हरा दिया.
1992 वर्ल्ड कप- क्रिकेट वर्ल्ड कप की मेजबानी इस बार ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड को मिली. खिलाड़ी विश्वकप में पहली बार कलरफुल जर्सी में नजर आए. एक बार फिर दुनिया को नया वर्ल्ड चैंपियन मिला और पाकिस्तान के रूप में एक और एशियाई टीम विश्व विजेता बनी. मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर खेले गए फाइनल मैच में इमरान खान की अगुवाई वाली टीम ने तीसरी बार विश्व कप फाइनल में पहुंची इंग्लैंड की टीम को हरा दिया.
1996 वर्ल्ड कप- इस बार वर्ल्डकप की मेजबानी भारत और पाकिस्तान के साथ श्रीलंका ने भी की. पहले जहां वर्ल्डकप में सिर्फ 8 और 9 टीमें होती थीं. इस बार 12 टीमों के बीच मुकाबले हुए. फाइनल मैच में अर्जुन राणातुंगा की श्रीलंकाई टीम ने मार्क टेलर की अगुवाई वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम को धूल चटाई. दरअसल इस विश्वकप की मेजबानी भारत, पाकिस्तान और श्रीलंका ने मिलकर की थी, इस लिहाज से श्रीलंका को क्रिकेट विश्व कप जीतने वाला पहला मेजबान कहा जा सकता है लेकिन फाइनल मैच लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम में खेला गया था. यानी श्रीलंका मेजबान होने के नाते विश्वकप तो जीता लेकिन अपने होम ग्राउंड पर नहीं, ये कारनामा करीब 15 साल बाद हुआ था. श्रीलंका विश्वकप जीतने वाली तीसरी एशियाई टीम बनी थी.