दुबई : वैश्विक खेल में क्रिकेट का एक अनूठा स्थान है क्योंकि इसने पुरुषों के विश्व कप आयोजन से पहले महिला विश्व कप का आयोजन किया था. महिलाओं के विश्व कप का आयोजन 1973 में हुआ था जबकि पुरुषों का आयोजन दो साल बाद हुआ था. दोनों घटनाओं में सामान्य बात यह है कि वे इंग्लैंड में आयोजित किये गए थे.
अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने मंगलवार को 20 जून, 1973 को इंग्लैंड में हुए पहले क्रिकेट विश्व कप, महिला विश्व कप की शुरुआत की सालगिरह को चिह्न्ति करने के लिए पांच सप्ताह तक चलने वाले उत्सव की शुरूआत की. टूर्नामेंट की वर्षगांठ को चिह्न्ति करने के लिए श्रद्धांजलि समारोह 28 जुलाई को होगा जिस दिन 1973 के संस्करण का अंतिम मैच खेला गया था. अगले पांच हफ्तों में, आईसीसी उस घटना का जश्न मनाने वाली सामग्री प्रकाशित करेगा, जिसने महिला और पुरुष दोनों खेलों के लिए असाधारण वैश्विक शुरुआत की थी.
जमैका और न्यूजीलैंड के बीच टूर्नामेंट का पहला मैच बिना गेंद फेंके धुल गया था. टूर्नामेंट इंग्लैंड द्वारा जीता गया था, जिसने 28 जुलाई, 1973 को एजबस्टन में ऑस्ट्रेलिया को 92 रनों से हराया था, जिसमें विजेता कप्तान, राहेल हेहो-फ्लिंट को ट्रॉफी प्रदान की गई थी. टूर्नामेंट में सात टीमें- ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, एक अंतर्राष्ट्रीय एकादश, जमैका, न्यूजीलैंड, त्रिनिदाद और टोबैगो और यंग इंग्लैंड शामिल थीं. ब्रिटिश व्यवसायी सर जैक हेवर्ड के उदार प्रायोजन 40,000 पाउंड ने पहली बार क्रिकेट विश्व कप को जीवंत किया.
समारोह शुरू करने के लिए, आईसीसी ने अपने सोशल मीडिया चैनलों पर कार्यक्रम से कई तस्वीरें साझा की हैं. तस्वीरों में जमैका के क्रिकेटर पॉलेट लिंच की एक तस्वीर शामिल है जो आईसीसी हॉल ऑफ फेमर हेहो-फ्लिंट के साथ हैं. कई पूर्व खिलाड़ी उद्घाटन समारोह की अपनी यादों को साझा करने और उनके लिए और खेल के लिए इसका क्या मतलब था, यह साझा करने में प्रसन्न थे.