पालेकल:भारतीय महिला क्रिकेट टीम की युवा सलामी बल्लेबाज शेफाली वर्मा ने कहा कि वह बेहतर क्रिकेटर बनने के लिए अपने स्ट्राइक रोटेशन में सुधार के लिए सजग प्रयास कर रही हैं. बड़े शॉट लगाने के लिए मशहूर 18 साल की खिलाड़ी ने श्रीलंका के खिलाफ दूसरे वनडे में नाबाद 71 रन (इतनी ही गेंद में) की पारी खेली थी, जो उनका वनडे करियर में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है.
बता दें, स्मृति मंधाना (नाबाद 94 रन) के साथ 174 रन की अटूट साझेदारी से सोमवार को टीम को 10 विकेट से जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी. इस जीत की बदौलत भारत ने तीन मैचों की सीरीज में 2-0 से अजेय बढ़त हासिल की. वह हालांकि अपने प्रदर्शन में निरंतरता नहीं ला पा रही हैं, विशेषकर 50 ओवर के प्रारूप में. सीरीज के तीसरे और अंतिम वनडे की पूर्व संध्या पर शेफाली ने कहा, पिछले मैचों के प्रदर्शन को देखकर मुझे लगा कि मैं एक एक रन नहीं लेती. इसलिए मैंने इस पर काम किया. मैं बेहतर होने की कोशिश कर रही हूं, क्योंकि मुझे लगता है कि वनडे में अपनी पारी को आगे बढ़ाने के लिए एक एक रन लेना भी बहुत महत्वपूर्ण है.
उन्होंने कहा, अगर एक अच्छी गेंद फेंकी गई है तो इस पर एक रन लेकर स्ट्राइक रोटेट करो. अगर आप स्ट्राइक रोटेट करते रहोगे तो बाउंड्री लगाना आसान हो जाता है. मैं अपनी फिटनेस पर भी काम कर रही हूं. पिछली टी-20 सीरीज में शेफाली अपनी शुरूआत को बड़ी पारी में तब्दील नहीं कर पाई थीं. वह तीन मैचों में 31, 17 और पांच रन के स्कोर पर आउट हो गई थीं. लेकिन वनडे सीरीज में उन्होंने मार्च में विश्व कप में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ एक अर्धशतक जड़ने के बाद इस प्रारूप में पहला अर्धशतक जमाया.