नई दिल्ली:भारतीय टीम से बाहर चल रहे आलराउंडर हार्दिक पंड्या ने बुधवार से शुरू हो रही विजय हजारे ट्रॉफी (राष्ट्रीय एकदिवसीय टूर्नामेंट) में हिस्सा नहीं लेने का फैसला किया है क्योंकि वह गेंदबाजी फिटनेस हासिल करने के लिए कड़ी रिहैबिलिटेशन प्रक्रिया से गुजर रहे हैं.
बीसीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर पीटीआई को बताया, "बड़ौदा क्रिकेट संघ (BCA) ने विजय हजारे ट्रॉफी के लिए उपलब्धता के बारे में पूछते हुए हार्दिक को ईमेल भेजा था. पिछले तीन साल में वह बमुश्किल ही बड़ौदा की ओर से खेला है. हालांकि उसने एक पंक्ति में जवाब दिया है कि वह अभी मुंबई में रिहैबिलिटेशन से गुजर रहा है."
हार्दिक की चोट के बारे में पूछने पर अधिकारी ने कहा, "बीसीए को भी इसकी जानकारी नहीं है. समझा जा रहा है कि वह अपनी कमर को मजबूत करने का प्रयास कर रहा है जो 2019 में सर्जरी के बाद से काफी अच्छी स्थिति में नहीं है."
अधिकारी ने बताया कि हार्दिक के बड़े भाई कृणाल एक हफ्ते के बड़ौदा के सत्र पूर्व हजारे शिविर से जुड़ गए थे क्योंकि राज्य बोर्ड ने उन्हें निर्देश दिया था कि टीम का हिस्सा बनने के लिए शिविर में हिस्सा लेना अनिवार्य है.
सूत्र ने कहा, "बीसीए ने कृणाल से कहा कि वह सिर्फ टूर्नामेंट के दौरान टीम का हिस्सा नहीं बन सकता और उसे शिविर का भी हिस्सा बनना होगा. इसके बाद वो आया और टीम के साथ एक हफ्ते ट्रेनिंग की."
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अगर हार्दिक घरेलू टूर्नामेंट में नहीं खेलते हैं तो भारत की सीमित ओवरों की टीम में उनकी वापसी पर विचार नहीं किया जाएगा.