नई दिल्ली : भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) के पूर्व कोच रवि शास्त्री (Former Indian Cricket Team Coach Ravi Shastri ) ने आईसीसी पुरुष टी20 विश्व कप 2022 (ICC Men's T20 World Cup 2022) खेलने गयी टीम इंडिया को कुछ खास सलाह दी है और कहा है कि अगर भारतीय क्रिकेट टीम ऑस्ट्रेलिया में बेहतर प्रदर्शन करते हुए एक और टी20 विश्व कप जीतना चाहती है तो कुछ बातों पर खास ध्यान देना होगा. वहीं भारतीय टीम की बल्लेबाजी को मजबूत बताते हुए कहा कि बल्लेबाजों के दम पर भी भारत को मैच जीतने की कोशिश करनी होगी.
पिछले छह-सात वर्षों से भारतीय टीम के हिस्सा रहने के साथ साथ बारीकियों पर पैनी नजर रखने वाले रवि शास्त्री का मानना है कि आईसीसी पुरुष टी20 विश्व कप 2022 के लिए जिस तरह से भारतीय टीम ने बल्लेबाजों को एकत्र किया है, वह टीम को सेमीफाइनल में पहुंचाने के लिए मददगार साबित हो सकता है. हालांकि शास्त्री खुद पिछले साल खेले गए टी20 विश्व कप में भारत के मुख्य कोच थे, लेकिन टीम ने अपने पांच मैचों में से सिर्फ तीन मैच जीते और नॉकआउट चरण के लिए क्वालीफाई करने में विफल रही थी. पुरानी गलतियों से सबक लेते हुए टीम को शास्त्री ने कुछ खास टिप्स दिए हैं.
रवि शास्त्री ने कहा कि भारत ने 2007 में उद्घाटन टी20 विश्व कप में खिताब जीता था, लेकिन उसके बाद से टीम ने इस टूर्नामेंट में ज्यादा खास प्रदर्शन नहीं किया है. लेकिन हाल ही में सूर्यकुमार यादव के उभरने और मध्यक्रम में अनुभवी फिनिशर दिनेश कार्तिक की वापसी के बाद भारत की बल्लेबाजी लाइन-अप लय में दिखाई दे रही है. इसके कारण भारतीय टीम अबकी बार बेहतर कर सकती है. कोहली के लय में आने व चोट के कारण प्रमुख तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की अनुपस्थिति के बावजूद, शास्त्री को लगता है कि टीम इंडिया सेमीफाइनल की तगड़ी दावेदार है. भारतीय बल्लेबाजी को देखकर लगता है इस बार टीम को सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई करने में कोई मुश्किल नहीं होनी चाहिए.
पूर्व कोच रवि शास्त्री ने बुधवार को एक समारोह में अपने अनुभव के बताते हुए कहा कि वह पिछले छह-सात वर्षों से इस भारतीय टीम का हिस्सा रहे हैं. उन्हें लगता है कि यह उतना ही अच्छा लाइन-अप है, जितना कि टी20 क्रिकेट में होना चाहिए. रोहित, राहुल व कोहली के बाद सूर्य कुमार यादव नंबर 4 पर, हार्दिक पांड्या नंबर 5 पर और ऋषभ पंत या दिनेश कार्तिक नंबर 6 पर बल्लेबाजी करेंगे. यह एक बड़ा अंतर बनाता है, क्योंकि बल्लेबाजी में इस गहरायी से शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों को नेचुरल तरीके से बिना दबाव के खेलने का मौका मिलेगा.