लुधियाना:पूर्व क्रिकेटर यशपाल शर्मा का मंगलवार सुबह 66 साल की उम्र में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. यशपाल शर्मा ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.
बता दें, यशपाल शर्मा का पैतृक घर लुधियाना में है और उनके भाई इस घर में रह रहे हैं. शर्मा कई साल पहले दिल्ली चले गए थे और वहीं उनका निधन हो गया. यशपाल शर्मा के भाई और उनके साथी रहे लुधियाना क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष सतीश कुमार मंगल ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने यशपाल शर्मा के बारे में बताया.
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सतीश कुमार, जो शुरू से ही यशपाल शर्मा के साथ क्रिकेट खेल रहे थे. उन्होंने कहा, यशपाल को क्रिकेट खेलने का शौक था.
मैं और यशपाल लुधियाना से एक साथ रणजी ट्रॉफी खेलना शुरू किए. लेकिन यशपाल शर्मा अच्छे खिलाड़ी साबित हुए और भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा बने रहे.
रणजी के लिए खेलते हुए उन्होंने पंजाब टीम की कप्तानी भी की.
यशपाल शर्मा ने साल 1978 में भारतीय क्रिकेट टीम के लिए अपना वनडे खेला और फिर साल 1979 में अपना टेस्ट डेब्यू किया.
अपने साढ़े छह साल के क्रिकेट करियर में उन्होंने 37 टेस्ट मैचों में 1,606 रन बनाए, इसके अलावा वनडे में भी उनकी बल्ला खूब बोला.
निधन की खबर सुनते ही परिवार में मातम पसर गया.
उन्होंने बताया, कैसे भारत ने वर्ल्ड कप जीता तो लुधियाना रेलवे स्टेशन पर हंगामा मच गया. उस समय वहां मौजूद लोगों ने उन्हें उठा लिया. उन्हें क्रिकेट खेलने का बड़ा जुनून था और लुधियाना के लिए एक विशेष प्यार था.
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