बेंगलुरु :न्यूजीलैंड के युवा बल्लेबाज रचिन रवींद्र भारत में चल रहे विश्व कप में शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं. बाएं हाथ के बल्लेबाज, जिनका नाम उनके पिता ने भारत के पूर्व खिलाड़ियों- महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर और वर्तमान भारत के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ - के नाम पर रखा था - मार्की टूर्नामेंट के वर्तमान संस्करण में पहले ही 3 शतक लगा चुके हैं और शानदार फॉर्म में हैं.
इसमें कोई संदेह नहीं है कि रचिन रवींद्र कई और शतक बनाएंगे और न्यूजीलैंड के लिए भविष्य के स्टार बनेंगे.
रचिन का ननिहाल और पैतृक घर कर्नाटक में है और उनके नाना-नानी राजधानी बेंगलुरु में रहते हैं. उनके नाना टीए बालकृष्ण 19 नवंबर को भारत के खिलाफ अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले जाने वाले फाइनल में रचिन रवींद्र को खेलते हुए और अच्छा प्रदर्शन करते हुए देखना चाहते हैं.
बालकृष्ण ने कहा, 'टीम इंडिया ने विश्व कप में अच्छा प्रदर्शन किया है. उन्होंने अब तक (वर्ल्ड कप 2023 में) जो भी मैच खेले हैं उनमें जीत हासिल की है. मैं न्यूजीलैंड और भारत को फाइनल में खेलते देखना पसंद करूंगा. रचिन (रवींद्र) मैच में अच्छा खेलें और टीम इंडिया चैंपियन बने'.
अपने नाती की यात्रा के बारे में बोलते हुए, बालकृष्ण ने याद किया कि 1997 में रचिन के माता-पिता काम के लिए न्यूजीलैंड चले गए और उन्हें वहां की नागरिकता मिल गई. रचिन का जन्म 1999 में वहीं हुआ था. उनके पिता रवि कृष्णमूर्ति उनके पहले शिक्षक थे. रवि कृष्णमूर्ति को क्लब क्रिकेट खेलने का अनुभव था. वह क्लब क्रिकेट मैचों के लिए अपने पिता के साथ विभिन्न राज्यों में गए थे'.
बालकृष्ण ने विस्तार से बताया, 'वहां से उनका क्रिकेट के प्रति प्रेम बढ़ता गया. उनके पिता और माता ने क्रिकेट के प्रति उनके जुनून के कारण उनका नाम रचिन रखा, जिसमें सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ के नाम भी शामिल हैं'.
5 अक्टूबर को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले गए मौजूदा आईसीसी क्रिकेट विश्व कप के ओपनिंग मैच में गत चैंपियन इंग्लैंड के खिलाफ शतक बनाकर इस युवा खिलाड़ी ने खुद को बड़े मंच पर घोषित किया. इसके बाद राहुल द्रविड़ ने रचिन रवींद्र की प्रशंसा की थी'.
बालकृष्ण ने कहा, 'न्यूजीलैंड में, रचिन और (केन) विलियमसन घरेलू क्रिकेट में एक ही टीम के लिए खेलते हैं. इसलिए केन को रवींद्र की खेलने की क्षमता के बारे में अच्छी तरह से पता है. मुझे उम्मीद है कि उन्हें और मौके मिलेंगे. और मैं उन्हें अच्छे मौकों के लिए शुभकामनाएं भी देता हूं. यह सुनकर अच्छा लगा हमारे देश (भारत) के वरिष्ठ खिलाड़ी उनके खेल की खुले दिल से सराहना करते हैं'.