हैदराबाद: भारत और इंग्लैंड के बीच खेला गया चेन्नई टेस्ट का तीसरा दिन भी रूट एंड कंपनी के नाम रहा. तीसरे दिन के खेल के दौरान भारतीय विकेटकीपर ऋषभ पंत और चेतेश्वर पुजारा को छोड़ दिया जाए, तो टीम के अन्य बल्लेबाज सिर्फ संघर्ष करते नजर आए. पुजारा ने जहां 73 रन बनाए, तो पंत के बल्ले से 91 रनों की पारी देखने को मिली. बात अगर पंत की करें तो उन्होंने 88 गेंदों का सामना करते हुए 9 चौके और पांच छक्कों की सहायता के साथ 91 रन बनाए.
एक बार फिर से बल्लेबाजी के दौरान ऋषभ काफी आक्रामक अंदाज में खेलते नजर आए. पुजारा के विकेट के बाद उम्मीद की जा रही थी कि पंत अब संभलकर बल्लेबाजी करेंगे, लेकिन ऐसा देखने को नहीं मिला और एक बड़ा शॉट लगाने के प्रयास में ही उन्होंने अपनी विकेट भी गंवाई.
तीसरे दिन के खेल के बाद जब चेतेश्वर पुजारा से प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पंत की बल्लेबाजी के बारे में बात की गई तो उन्होंने कहा, ''मैं पंत की ओवरऑल परफार्मैंस से खुश हूं. उसे अभी कुछ और चीजें सीखनी हैं. उसे अभी भी टीम को कमांडिंग पोजिशन में लाना है क्योंकि वह इसके लिए सक्षम है और वह शतक से चूक रहा है. इसलिए मुझे यकीन है कि वह इससे सीखेगा. मैं क्रीज पर कई बार उसेसे बोला कि वे कौन से शॉट हैं जो वह खेल सकते हैं और वे कौन से शॉट हैं जिनसे वह बच सकते है. उसे बस यही करना है.''
पुजारा ने आगे कहा, ''उनके साथ एक स्पष्ट संचार है कि कुछ शॉट्स हैं जिनसे उन्हें बचने की आवश्यकता है. कुछ शॉट ऐसे हैं जिन्हें वह खेलना जारी रख सकता है यदि वे उसकी सीमा में हों. फिर ऐसे समय होते हैं जब उसे समझना होता है और यहां तक कि कोचिंग स्टाफ भी हमेशा उसके साथ संवाद करता है कि उसे टीम को पहले रखना होगा और कई बार थोड़ा समझदार होना चाहिए. उसने ज्यादातर ऐसा किया है. कई बार वह बाहर निकलता है और वह बदसूरत दिखता है, लेकिन वह सीख जाएगा.''