दुबई:वेस्टइंडीज की टीम में टी-20 के कई विस्फोटक बल्लेबाज हैं, लेकिन पाकिस्तान और अफगानिस्तान के खिलाफ अभ्यास मैचों में निराशाजनक प्रदर्शन के कारण टीम का मनोबल गिरा होगा. कीरोन पोलार्ड की अगुवाई वाली टीम को न सिर्फ अपने खेल में सुधार करने, बल्कि खिलाड़ियों का मनोबल बनाए रखने की भी जरूरत पड़ेगी.
दोनों अभ्यास मैचों में वेस्टइंडीज की बल्लेबाजी अच्छी नहीं रही. पाकिस्तान के खिलाफ कैरेबियाई टीम सात विकेट पर 130 रन ही बना पाई, जबकि अफगानिस्तान के खिलाफ 189 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए पांच विकेट पर 133 रन तक ही पहुंच पाई थी.
अफगानिस्तान के खिलाफ केवल रोस्टन चेज टिककर खेल पाए, लेकिन उन्होंने भी अपने 54 रन के लिए 58 गेंदें खेली. दोनों मैचों में उसका कोई भी बल्लेबाज अपनी अच्छी शुरुआत का फायदा नहीं उठा पाया.
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पाकिस्तान के खिलाफ पोलार्ड ने 10 गेंदों पर 23 रन बनाए और डेथ ओवरों में उनकी विस्फोटक बल्लेबाजी अब भी टीम के लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित होगी. वेस्टइंडीज को अगर कम से कम तीन मैच जीतकर सेमीफाइनल के लिए क्वॉलीफाई करना है तो इविन लुईस, लेंडल सिमन्स, शिमरोन हेटमायर और निकोलस पूरण जैसे बल्लेबाजों को अच्छा प्रदर्शन करना होगा.
वेस्टइंडीज के लिए क्रिस गेल की फॉर्म सबसे बड़ी चिंता है, जो कि कैरेबियाई प्रीमियर लीग के नौ मैचों में केवल 165 रन बना पाए थे और इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के यूएई चरण में पंजाब किंग्स की तरफ से केवल दो मैच ही खेल पाए थे.
अनुभवी आलराउंडर आंद्रे रसेल फिटनेस संबंधी मसलों के कारण परेशान हैं. जांघ की मांसपेशियों में खिंचाव के कारण वह यूएई में कोलकाता नाइट राइडर्स की तरफ से केवल तीन मैचों में खेले थे.
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गेंदबाजी की बात की जाए तो अभ्यास मैचों में केवल स्पिनर हेडन वाल्श और बाएं हाथ के तेज गेंदबाज ओबेद मैकॉय ही प्रभाव छोड़ पाए थे. दूसरी तरफ मौजूदा वनडे विश्व चैंपियन इंग्लैंड 2016 की कड़वी यादों को भुलाकर नए सिरे से शुरुआत करने के लिये तैयार है. वेस्टइंडीज के कार्लोस ब्रेथवेट ने साल 2016 में फाइनल में लगातार चार छक्के जड़कर इंग्लैंड की खिताब जीतने की उम्मीदों पर पानी फेर दिया था.