नई दिल्ली: भारत के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने कहा है कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कई साल बिताने के बाद भी उन्हें मैच से पहले उन्हें तनाव और व्यग्रता से जूझना पड़ता था. तेंदुलकर ने एक बयान में कहा, "दबाव, तनाव और व्यग्रता सब कुछ हमेशा बना रहता था. मेरे साथ यह था कि मैंने महसूस किया कि मेरी सारी तैयारी शारीरिक रूप अच्छी से थी. इतना सब होने के बाद भी मैं हमेशा तनाव में रहता था."
तेंदुलकर ने कहा कि उन्होंने समय के साथ महसूस किया कि मानसिक रूप से मैचों और सीरीज के लिए खुद को तैयार करना कितना महत्वपूर्ण है.
उन्होंने कहा, "जब मैं भारत के लिए खेल रहा था, तब भी मेरी रातों की नींद हराम थी. समय के साथ, मैंने महसूस किया कि खेल के लिए शारीरिक रूप से तैयारी करने के अलावा, आपको खुद को मानसिक रूप से भी तैयार करना होगा. मैदान में प्रवेश करने से बहुत पहले से ही मेरे दिमाग में मैच शुरू हो जाता था. तनाव का स्तर बहुत अधिक था और मैंने उन चीजों को स्वीकार करना सीख लिया."