दुबई:भारत को श्रृंखला में 1-2 से हार झेलनी पड़ी, लेकिन 38 साल की मिताली ने तीनों मुकाबलों में अर्धशतक जड़े. मिताली ने पहले दो वनडे में 72 और 59 रन की पारी खेली. जबकि तीसरे और अंतिम मुकाबले में उनकी नाबाद 75 रन की पारी की बदौलत भारत मैच जीतने में सफल रहा. मिताली चार स्थान के फायदे से शीर्ष पर पहुंच गई हैं. वह पिछली बार फरवरी 2018 में रैंकिंग में शीर्ष पर पहुंची थीं.
मिताली पहली बार अप्रैल 2005 में रैंकिंग में शीर्ष पर पहुंची थीं. उन्होंने तब पोटचेफस्ट्रूम में विश्व कप में न्यूजीलैंड के खिलाफ नाबाद 91 रन बनाए थे. पहली बार और आखिरी बार रैंकिंग में शीर्ष पर होने के बीच 16 साल का अंतर किसी भी महिला बल्लेबाज के लिए सबसे अधिक है.
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इंग्लैंड की जेनेट ब्रिटिन 1984 में पहली बार और 1995 में आखिरी बार नंबर एक बनी थी. जबकि न्यूजीलैंड की डेबी हॉकले एक अन्य महिला बल्लेबाज हैं, जिनके नंबर एक पर काबिज होने में 10 साल से अधिक का अंतर है. हॉकले पहली बार 1987 और आखिरी बार 1997 में रैंकिंग में शीर्ष पर थीं.
आक्रामक भारतीय सलामी बल्लेबाज शेफाली वर्मा ने अंतिम दो वनडे में 44 और 19 रन की पारी खेली, जिससे वह 49 स्थान की लंबी छलांग के साथ 71वें पायदान पर पहुंच गई हैं. अनुभवी तेज गेंदबाज झूलन गोस्वामी चार स्थान के फायदे से 53वें स्थान पर हैं.
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गेंदबाजों की सूची में आलराउंडर दीप्ति शर्मा एक स्थान के फायदे से 12वें स्थान पर पहुंच गई हैं. उन्होंने अंतिम मुकाबले में 47 रन देकर तीन विकेट चटकाए.