हैदराबाद: भारतीय टीम के पूर्व हरफनमौला खिलाड़ी युवराज सिंह को पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर शाहिद अफरीदी के फाउंडेशन की सराहना करने के लिए कई लोगों ने आड़े हाथों ले लिया. इस पर युवराज ने कहा कि वह किसी की भावनाओं को आहत नहीं करना चाहते थे और उन्होंने सिर्फ कोविड-19 से पीड़ित लोगों की मदद करने को कोशिश की थी.
युवराज ने ट्वीट पर लिखा, "मैं इस बात को समझ नहीं पा रहा हूं कि कैसे लोगों की मदद करने के एक संदेश को इस तरह से बढ़ा चढ़ाकर पेश किया गया. मैं बस इतना कहने की कोशिश कर रहा था कि आप अपने-अपने देशों के लोगों की जरूरी समान मुहैया करा कर मदद करें."
उन्होंने कहा, "मैं भारतीय हूं और हमेशा रहूंगा और हमेशा इंसानियत के साथ खड़ा रहूंगा. जय हिंद. "
युवराज और हरभजन सिंह ने मंगलवार को अफरीदी की जरूरतमंदों को मदद मुहैया कराने के कदम की तारीफ की थी. इसके बाद ट्वीटर पर लोगों ने दोनों की आलचोना भी की थी और कुछ लोग इन दोनों के साथ भी खड़े नजर आए थे.
ट्विटर पर बुधवार को हैशटैग शेमऑनयुवीभज्जी ट्रेंड कर रहा था इसके आलावा हैशटैग आईस्टैंड विदयुवी भी ट्रेंड कर रहा था.
एक यूजर ने लिखा, "हां, इंसानियत पहले है। उस इंसान का समर्थन करना जो भारत और भारतीय सेना के बारे में फालतू बातें करता है, हां इंसानियत पहले है लेकिन क्यों ये लोग आतांकवादियों का समर्थन करने लगे। हैशटैग शेमऑनयुवीभज्जी."
शाहिद अफरीदी के साथ युवराज सिंह
एक अन्य यूजर ने लिखा, "ऐसे समय में जब आयात बंद है और हमारे संसाधन भी कम पड़ रहे हैं ऐसे में युवराज और हरभजन का अफरीदी को दान देने के लिए कहना, लगता है कि इन दोनों का नाम उस सूची से हटा देना चाहिए जो हमें प्रेरित करते हैं."
ट्विटर पर इन दोनों का समर्थन भी किया जा रहा है.
एक यूजर ने लिखा, "उन्होंने सिर्फ दान देने की अपील की है. यह आपकी मर्जी है कि आप दान दें या नहीं दें. शाहिद अफरीदी ने भी युवीकैन संस्था के लिए दान दिया था. इंसानियात पहले को सलाम. हैशटैग आईस्टैंडविदयुवी हैशटैग वीआरविद युवी."