अहमदाबाद :भारतीय क्रिकेट टीम के अनुभवी ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह और वीवीएस लक्ष्मण सहित कई पूर्व खिलाड़ियों ने कहा है कि मोटेरा की टर्निंग पिच टेस्ट क्रिकेट के लिए आदर्श नहीं है लेकिन दिग्गज सुनील गावस्कर की राय इसके विपरीत है.
भारत ने तीसरे टेस्ट मैच में दूसरे दिन ही 10 विकेट से जीत दर्ज करके चार मैचों की सीरीज में 2-1 से बढ़त बनाई. गावस्कर ने कहा कि बल्लेबाजों ने बेहद रक्षात्मक रवैये के कारण अपने विकेट गंवाये और उनमें से अधिकतर सीधी गेंदों पर आउट हुए. पूर्व बल्लेबाज लक्ष्मण ने कहा, "यह टेस्ट मैच के लिए आदर्श पिच नहीं थी. यहां तक कि भारतीय बल्लेबाज भी नहीं चले."
भारत की तरफ से 400 विकेट लेने वाले गेंदबाजों में शामिल हरभजन का भी ऐसा मानना था. इस 40 वर्षीय ऑफ स्पिनर ने कहा, "यह आदर्श पिच नहीं थी. अगर इंग्लैंड अपनी पहली पारी में 200 रन बना लेता तो भारत भी संकट में होता. लेकिन दोनों टीमों के लिये पिचें समान हैं."
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वान ने भी पिच पर नाखुशी जताई. उन्होंने मजाकिया अंदाज में ट्वीट किया, "अगर इस तरह की पिचें तैयार की जाती है तो मेरे पास जवाब है कि यह कैसे काम कर सकता है. टीमों को तीन पारियां खेलने के लिए दो."
युवराज सिंह ने भी पिच की आलोचना की लेकिन उन्होंने भारतीय गेंदबाजों के प्रदर्शन की प्रशंसा भी की. उन्होंने ट्वीट किया, "मैच दो दिन में समाप्त हो गया, पक्के तौर पर नहीं कह सकता कि यह टेस्ट क्रिकेट के लिए अच्छा है. अगर अनिल कुंबले और हरभजन सिंह इस तरह के विकेट पर गेंदबाजी करते तो उनके नाम पर 1000 और 800 विकेट दर्ज होते. फिर भी अक्षर क्या स्पैल था. बधाई. अश्विन, इशांत को बधाई."
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान केविन पीटरसन ने हिंदी में ट्वीट किया, "एक मैच के लिये ऐसा विकेट ठीक है जहां बल्लेबाज के कौशल और तकनीक का टेस्ट होता है लेकिन मैं इस तरह का विकेट और नहीं देखना चाहता और मुझे लगता है कि सारे खिलाड़ी भी नहीं चाहते. बहुत अच्छे, इंडिया."
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गावस्कर ने हालांकि जीत का श्रेय भारतीय स्पिनरों अश्विन और पटेल को दिया. उन्होंने कहा, "इसी पिच पर रोहित और क्राउली ने अर्धशतक जमाए. इंग्लैंड रन बनाने के बजाय विकेट बचाये रखने के बारे में सोच रहा था. अक्षर पटेल को श्रेय देना चाहिए जिस तरह से उसने खास गेंदों का उपयोग किया. अश्विन और अक्षर का प्रदर्शन शानदार था." इंग्लैंड के पूर्व स्पिनर ग्रीम स्वान ने केवल एक स्पिनर के साथ उतरने के लिये इंग्लैंड की आलोचना की.